बिजनौर परिवार की कार ट्रक से टकराई, 3 की मौत, 1 गंभीर घायल
बिजनौर परिवार की कार ने 14‑टायरा ट्रक से टकराव कर तीन सदस्यों को क़त्ल और एक को गंभीर घायल बना दिया; कारण ड्राइवर की नींद, पुलिस ने मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू की।
जब हम दिल्ली‑पौड़ी हाईवे, दिल्ली से पौड़ी को जोड़ने वाला चार‑लेन राष्ट्रीय मार्ग है. Also known as एनएच 9, it हैदराबाद‑दिल्ली के बीच मुख्य कड़ी का हिस्सा है और रोज़ाना लाखों वाहन इस पर चलते हैं। यही हाईवे हमारे दैनिक सफ़र में अहम भूमिका निभाता है, चाहे वो काम‑के‑लिए हो या छुट्टी‑के‑सफ़र।
इस रोड का एक बड़ा भाग एनएच 9, राष्ट्रीय राजमार्ग 9 का एक सेगमेंट है, जो दिल्ली‑हैदराबाद‑पटना तक फैलता है। इस भाग में कई पुल, सेवा केंद्र और टॉल प्लाज़ा मौजूद हैं, जो ट्रैफ़िक को व्यवस्थित रखने में मदद करते हैं। जब हाईवे में हाईवे सुरक्षा, रिस्पॉन्सिव पुलिस patrolling, CCTV और रूट मेन्टेनेन्स का ध्यान रखा जाता है, तो दुर्घटनाओं की संभावना काफी घटती है। इसलिए, आपका सफ़र जितना तेज़, उतना ही सुरक्षित बनता है।
दिल्ली‑पौड़ी हाईवे पर यात्रा करते समय दो चीज़ें सबसे ज़्यादा असर डालती हैं: ट्रैफ़िक जाम और मौसम का असर। गर्मियों में धुंध और बारिश के बाद अचानक पानी भरने से गड़बड़ी हो सकती है, जबकि सर्दियों में ठंडी हवाएँ गति को धीमा कर देती हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए, सबसे विश्वसनीय ऐप्स का उपयोग करके रीयल‑टाइम ट्रैफ़िक की जाँच करना फायदेमंद है। इसके अलावा, सुबह 5‑6 बजे या देर शाम 8‑9 बजे के बीच यात्रा करने से भीड़‑भाड़ कम मिलती है।
हाईवे के किनारे पड़े पर्यटन स्थल, जैसे क़िला देहरादून, रोहतक की ऐतिहासिक सभाएँ, और हिसार का शेरवानी उत्सव आपके सफ़र को रुचिकर बनाते हैं। अगर आप रास्ते में थकावट महसूस करते हैं, तो इन जगहों पर रुककर स्थानीय भोजन और संस्कृति का लुत्फ़ उठा सकते हैं। इससे न केवल थकान दूर होगी, बल्कि आपके यात्रा अनुभव में विविधता भी आएगी।
ध्यान देने योग्य एक और बात है फ़्यूल स्ट्रेटेजी। हाईवे पर पेट्रोल पंप हर 60‑70 किलोमीटर पर होते हैं, लेकिन कुछ पेड़‑पौधों वाले क्षेत्रों में गैस स्टेशन की दूरी अधिक हो सकती है। इसलिए, अपने वाहन का टैंक पूरी तरह भर कर ही निकलें, खासकर अगर आप रात के समय ड्राइव कर रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज़ से, सीट बेल्ट पहनना, एअरबैग चेक करना और मोबाइल फोन को हैंड्स‑फ्री मोड पर रखना अनिवार्य है। ये सरल नियम अक्सर बड़ी दुर्घटनाओं को रोकते हैं।
अगर आप नियमित रूप से इस हाईवे का उपयोग करते हैं, तो एक छोटा नोटबुक या डिजिटल लॉग रखें जिसमें आप रूट पर बदलाव, नए निर्माण या बार-बार होने वाले जाम के बारे में लिखें। इससे समय‑बचत होगी और आप हमेशा तैयार रहेंगे। साथ ही, स्थानीय समाचार चैनलों या आधिकारिक मोटर ट्रैफ़िक वेबसाइट्स पर अपडेट्स देखना न भूलें, क्योंकि कभी‑कभी अचानक मेंटेनेंस या रोड क्लोज़र की सूचना तुरंत मिलती है।
सारांश में, दिल्ली‑पौड़ी हाईवे (NH 9) आपके सफ़र को तेज़, सुरक्षित और रोचक बनाता है, बशर्ते आप ट्रैफ़िक पैटर्न, मौसम तथा सड़क की स्थिति को समझें। अब आप इस रूट पर मिलने वाली नई अपडेट्स, उपयोगी टिप्स और ख़बरों को नीचे पढ़ सकते हैं, जो आपके अगले यात्रा को और भी सहज बनाएंगे।
बिजनौर परिवार की कार ने 14‑टायरा ट्रक से टकराव कर तीन सदस्यों को क़त्ल और एक को गंभीर घायल बना दिया; कारण ड्राइवर की नींद, पुलिस ने मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू की।