ठंड: ठंड के असर, उससे बचने के तरीके और हिमाचल, उत्तर बंगाल जैसे क्षेत्रों में इसकी वास्तविक लहरें
ठंड बस एक मौसम की बात नहीं, बल्कि जिंदगी को बदल देने वाली ताकत है। ठंड, एक ऐसी प्राकृतिक घटना जो तापमान को अचानक गिरा देती है और जनजीवन, कृषि और परिवहन पर गहरा असर डालती है। यह ठंड जब बारिश या ओलों के साथ मिल जाती है, तो यह बस ठंड नहीं, आपदा बन जाती है। हिमाचल प्रदेश, एक ऐसा पहाड़ी राज्य जहाँ ठंड जीवन का हिस्सा है, लेकिन अत्यधिक बर्फ़ और ओले आपदा बन जाते हैं। जब यहाँ ऑरेंज अलर्ट जारी होता है, तो यह बस चेतावनी नहीं, बल्कि जीवन बचाने का संकेत होता है।
उत्तर बंगाल, वह क्षेत्र जहाँ ठंड और बारिश का मिलन नदियों को फैला देता है और पुलों को ढहा देता है। यहाँ ठंड का असर सिर्फ तापमान तक सीमित नहीं—यह घरों को बहा ले जाती है, रोड्स को बंद कर देती है, और अक्सर जान ले लेती है। जब 18 लोगों की मौत हो जाती है, तो यह ठंड नहीं, बल्कि एक विनाशकारी तूफान है। यही कारण है कि जब हिमाचल में ओले गिरते हैं या उत्तर बंगाल में डुड़िया ब्रिज ढह जाता है, तो यह सिर्फ मौसम की खबर नहीं, बल्कि जनता के जीवन की लड़ाई की खबर है। ठंड के साथ आती है बर्फ़, बारिश, और अक्सर नुकसान—लेकिन इन खबरों में आपको यह भी दिखेगा कि लोग इसका सामना कैसे करते हैं।
इस पेज पर आपको ऐसी खबरें मिलेंगी जो ठंड के असली चेहरे को दिखाती हैं—कैसे यह एक दिन की बर्फ़ बन जाती है, फिर एक नदी का बहाव, फिर एक ब्रिज का ढहना, और फिर एक आत्मा का अंत। आप देखेंगे कि हिमाचल में बिजली के घोटाले कैसे ठंड के साथ जुड़ते हैं, क्योंकि बिजली बंद होने पर ठंड जानलेवा हो जाती है। आप जानेंगे कि बारिश के बाद भी लोग क्यों घरों में बंद रहते हैं, और कैसे एक ट्रक और कार का टकराव ठंड के कारण हो जाता है। ये सब खबरें आपको बताएंगी कि ठंड क्या है—और यह कितना खतरनाक हो सकता है।
28
अक्तू॰
पंजाब के जगरांव में ठंड से एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि मौसम विभाग ने अगले चार दिन घनी धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। बेघरों के लिए आश्रयों की कमी ने इस मौत को एक सामाजिक विफलता बना दिया है।