पंचांग: आज की तिथियाँ, नक्षत्र और अच्छा समय
कभी सोचा है कि त्यौहार, मुहूर्त या यात्रा के लिए सही दिन कैसे चुनें? पंचांग यही काम आसान बनाता है। यह एक सरल कैलेंडर नहीं, बल्कि दिन के धार्मिक व ज्योतिषीय संकेत बताने वाला सिस्टम है — तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार के साथ सूर्योदय-सूर्यास्त समय भी देता है।
पंचांग के पांच मुख्य घटक
पहला, तिथि: चंद्रमा के आंदोलन पर आधारित होती है और त्योहारों की तारीखें इसी से तय होती हैं। दूसरा, नक्षत्र: चंद्रग्रहण और पूजा-तकदीर समझने में सहायक। तीसरा, योग: दिन का ऊर्जा हिसाब बताता है। चौथा, करण: आधा तिथि होता है, खास कर्मकांड में उपयोगी। पाँचवा, वार: यानी सोमवार, मंगलवार आदि। इन सबको मिलाकर ही शुभ-अशुभ समय निकाला जाता है।
हर घटक का अपना महत्व है। उदाहरण के लिए, किसी कार्य के लिए 'अमर' या 'विकारी' योग का महत्व अलग होता है। इसलिए सिर्फ तारीख देखकर निर्णय न लें — पूरा पंचांग देखें।
पंचांग कैसे पढ़ें और उपयोग करें
पहली बात: शहर के अनुसार समय देखें। पंचांग में सूर्योदय और सूर्यास्त शहर-विशेष होते हैं, इसलिए दिल्ली, मुंबई या कोई और शहर चुनकर देखें। दूसरी बात: अगर आप शादी, गृह प्रवेश या बड़ी खरीदारी का सोच रहे हैं तो मुहूर्त वाले दिन की जाँच जरूरी है। तीसरी बात: त्योहारों के नाम और दिन अक्सर पंचांग पर स्पष्ट लिखे होते हैं — जैसे हमारी साइट पर वसंत पंचमी 2025 (2 फरवरी) और होली 2025 से जुड़ी बैंक छुट्टियों की जानकारी मिली थी।
ऑनलाइन पंचांग देखते समय यह ध्यान रखें कि कुछ कैल्कुलेटर सिर्फ सामान्य जानकारी देते हैं, जबकि मुहूर्त चुनते वक्त पंडित या विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर रहता है। खास मौके पर जन्मपत्री और ग्रहस्थिति भी मायने रखती हैं।
रोजमर्रा के फैसलों के लिए आप पंचांग से रोज का शुभ समय (शुभ घड़ी), चंद्रोदय-चंद्रअवस्था और नक्षत्र देख सकते हैं। खेती-बाड़ी, यात्रा, नए काम की शुरुआत जैसे छोटे फैसलों के लिए भी यह उपयोगी होता है।
समाचार कोना पर पंचांग टैग के अंदर आप ताज़ा अपडेट, त्योहारों की तारीखें और संबंधित खबरें पा सकते हैं। हम रोज़ाना समय के साथ पंचांग अपडेट करते हैं ताकि आप सही समय पर सही निर्णय ले सकें।
अगर अभी अपन शहर का पंचांग देखना चाहते हैं तो हमारी साइट पर शहर चुनकर आज का पंचांग देखें और किसी खास दिन के लिए नोटिफिकेशन सेट कर लें। सवाल हो तो पूछिए — हम सरल भाषा में मदद करेंगे।