इल्या सुत्स्केवर: एआई के विकास का प्रमुख चेहरा
अगर आप AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की बात सुनते हैं तो इल्या सुत्स्केवर नाम आपको जरूर याद आएगा। वो सिर्फ एक वैज्ञानिक नहीं, बल्कि वह व्यक्ति है जिसने डीप लर्निंग को आज के रूप में ढाला।
सुत्स्केवर का जन्म रूस में हुआ और बाद में वे कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो से पीएच.डी. कर चुके हैं। उनका प्रमुख मार्गदर्शक जिफ्री हिन्टन था, जो न्यूरल नेटवर्क के पितामह माने जाते हैं। इस माहौल ने सुत्स्केवर को ऐसे प्रयोग करने का मौका दिया जो पहले किसी ने नहीं किया था।
डीप लर्निंग में प्रमुख योगदान
सबसे बड़ा कदम "स्टैक्ड ऑटोएनकोडर" प्रोजेक्ट था, जहाँ उन्होंने कई लेयरों की मदद से इमेज को समझने की क्षमता बढ़ाई। यह तकनीक बाद में आज के कॉन्वॉल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क (CNN) का आधार बनी। इसी तरह उनका 2014 का "Generative Adversarial Networks (GANs)" पेपर AI को रचनात्मक बनाने का नया तरीका पेश किया, जिससे फोटोग्राफी से लेकर गेम डेवलपमेंट तक कई क्षेत्रों में क्रांति आई।
इन खोजों ने सुत्स्केवर को OpenAI की सह-स्थापना करने के लिए प्रेरित किया। वहाँ उन्होंने GPT (Generative Pre‑trained Transformer) श्रृंखला का विकास शुरू करवाया, जो अब रोज़मर्रा की बातचीत, कंटेंट जेनरेशन और कोड लिखने में उपयोग होती है।
आज और भविष्य में क्या?
OpenAI छोड़कर सुत्स्केवर ने अपना नया वेंचर "Anthropic" शुरू किया। यहाँ उनका लक्ष्य AI मॉडल को सुरक्षित, समझदारी भरा और नैतिक बनाना है। वह अक्सर कहते हैं कि तकनीक का विकास तभी सफल होगा जब उसका उपयोग समाज के सभी वर्गों में फायदेमंद हो।
उनका मानना है कि अगले पाँच साल में AI खुद से सीखने की क्षमता को "self‑supervised learning" के माध्यम से और भी तेज़ बना देगा। इसका मतलब है कम डेटा से अधिक सटीक परिणाम, जो छोटे व्यवसायों और स्टार्टअप्स के लिए बड़ा गेम‑चेंजर हो सकता है।
सुत्स्केवर लगातार AI के जोखिमों को लेकर जागरूकता फैलाते हैं। उनका सुझाव है कि हर नई मॉडल का सार्वजनिक परीक्षण होना चाहिए, ताकि बायस या गलतफहमी को जल्दी पकड़ सके। यह सोच न केवल तकनीक की विश्वसनीयता बढ़ाती है, बल्कि उपयोगकर्ता भरोसा भी बनाती है।
समाचार साइट "समाचार कोना" पर आप सुत्स्केवर के नवीनतम इंटरव्यू और उनके प्रोजेक्ट्स की अपडेट पढ़ सकते हैं। अगर आप AI में करियर बनाने का सोच रहे हैं तो उनकी लिखी किताबें, ब्लॉग और लेक्चर देखें—हर एक आपको नई दिशा देगा।
तो अगली बार जब आप चैटबॉट या फोटो एन्हांसमेंट टूल इस्तेमाल करेंगे, याद रखें कि इसके पीछे इल्या सुत्स्केवर जैसी दिमाग़ की मेहनत है। यह तकनीक सिर्फ कोड नहीं, बल्कि हमारे भविष्य का हिस्सा बन रही है।