एनसीआर प्रदूषण — क्या चल रहा है और आप क्या कर सकते हैं
एनसीआर की हवा अक्सर अचानक खराब क्यों हो जाती है? सर्दियों में AQI कई बार 'खतरनाक' या 'गंभीर' श्रेणी में चला जाता है क्योंकि वाहनों की धुएं, खेतों में पराली जलाना, निर्माण धूल और इंडस्ट्री का धुआँ मिलकर स्मॉग बनाते हैं। यह हर किसी के लिए सिर्फ थोड़ा असहज नहीं, बल्कि बच्चों, बुजुर्गों और फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है।
सबसे पहले, कैसे पता करें कि हवा सच में खराब है? CPCB, SAFAR और कई मोबाइल ऐप्स (जैसे 'Air Quality India', 'AQI India') से अपने इलाके का रियल-टाइम AQI चेक करें। AQI 0-50 अच्छा, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम/खराब और 201+ खराब से खतरनाक माना जाता है। जब AQI 200 से ऊपर हो तो बाहर निकलने से बचें।
तुरंत अपनाने योग्य आसान उपाय
घर पर क्या करें: खिड़कियां जब बाहर धुंध या धूल ज्यादा हो तो बंद रखें और एयर-कंडीशनर में रीसर्कुलेशन मोड रखें। अगर संभव हो तो HEPA फिल्टर वाला एयर प्यूरिफायर रखें—यह छोटे कणों को काफी हद तक कम कर देता है। रोज़ाना धूल पोंछें और गीले कपड़े से साफ करें ताकि घर के अंदर कण कम रहें।
बाहर जाते समय: भीड़-भाड़ वाले रास्ते और हाइवे पर तेज़ वॉक या रनिंग से बचें। औपचारिक तरीके से ओढ़ें—N95 या KN95 मास्क पहनें, साधारण कपड़े का मास्क पर्याप्त नहीं। बच्चों और बूढ़ों को बेवजह बाहर न निकालें। अगर दमा या एलर्जी है तो अपने दवा-पैक साथ रखें और डॉक्टर से सलाह लें।
लंबी अवधि के व्यावहारिक सुझाव
साझा गाड़ी या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग बढ़ाएँ; एकल ड्राइविंग घटाएँ। इलेक्ट्रिक वाहनों और साइकिल को प्राथमिकता दें जहां संभव हो। घर में रसोई के धुएँ को कम करने के लिए वेंटिलेशन और चिमनी का इस्तेमाल करें। स्थानीय स्तर पर पराली जलाने पर रोक के लिए समुदाय के साथ मिलकर प्रशासन से सक्रिय संपर्क रखें—यह समस्या के बड़े हिस्से के लिए प्रभावी तरीका है।
आप एक आम नागरिक के रूप में क्या कर सकते हैं? अपने इलाके की वायु गुणवत्ता रिपोर्ट्स साझा करें, स्कूलों और मोहल्लों में जागरूकता बढ़ाएँ, और अगर आप नेता से मिलते हैं तो ठोस उपाय (जैसे विनिर्माण इकाइयों के उत्सर्जन नियंत्रण, निर्माण साइटों पर कवरिंग, भारी वाहन संचालन का समय बदलना) मांगें। छोटे-छोटे कदम जैसे पौधे लगाना और गाड़ी शेयर करना मिलकर बड़ा असर डालते हैं।
अगर आपको अचानक सांस फूलना, सीने में दर्द या तेज खांसी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लंबे समय तक खराब हवा में रहने से स्वास्थ्य पर असर गहरा हो सकता है—इसीलिए सावधानी और जानकारी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
एनसीआर में रहने वालों के लिए वायु गुणवत्ता पर नज़र रखना और ऊपर बताये सरल कदम अपनाना रोज़मर्रा की सेहत बचा सकता है। छोटे परिवर्तन आज किए जाएँ तो कल फर्क दिखेगा।