दिल्ली हवाई अड्डा (IGI) — तेज़ और काम की गाइड
दिल्ली हवाई अड्डा पर जाने की सोच रहे हैं? यहां आपको पढ़ने को मिलेगा क्या-क्या ज़रूरी है: कौन सा टर्मिनल कब, मेट्रो और टैक्सी के विकल्प, पार्किंग और कुछ व्यवहारिक टिप्स जो यात्रा को आसान बना दें। सीधी और उपयोगी जानकारी, बिना फालतू बातों के।
टर्मिनल और फ्लाइट चेक
पहला काम: अपनी एयरलाइन और टिकट में टर्मिनल जरूर चेक कर लें। कुछ एयरलाइंस T3 से ऑपरेट करती हैं जबकि घरेलू उड़ानों के लिए अलग टर्मिनल हो सकता है। चेक-इन, बैगेज ड्रॉप और सिक्योरिटी लाइनें टर्मिनल के हिसाब से बदलती हैं—गलत टर्मिनल पर पहुंचना समय गंवाना है।
अन्दाज़ा रखें: घरेलू उड़ानों के लिए एयरपोर्ट पर कम से कम 2 घंटे पहले पहुँचें, और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए 3 घंटे पहले। भीड़ के समय (सुबह-शाम) सुरक्षा जांच लंबी हो सकती है। मोबाइल पर एयरलाइन का ऐप खोल कर गेट और चेक-इन अपडेट देखें।
कैसे आएं/जाएं — मेट्रो, टैक्सी और पार्किंग
मेट्रो सबसे तेज़ विकल्प है। एयरपोर्ट मेट्रो लाइन T3 के पास उपलब्ध है और शहर से सीधे जुड़ती है — न्यू दिल्ली स्टेशन तक का सफर आमतौर पर 20–30 मिनट जैसा रहता है। यात्रा से पहले लाइन का समय और प्लेटफॉर्म चेक कर लें।
एप-आधारित कैब (Ola/Uber) और एयरपोर्ट टैक्सी दोनों उपलब्ध हैं। बार-बार पूछे जाने वाले सवाल: कहां से पकड़ें? आगमन हॉल के बाहर पिक-अप प्वाइंट पर जाएँ; ऐप में दिखे पिक-अप जोन का पालन करें। ट्रैफिक के हिसाब से शहर में टाइम अलग होगा—रशआवर में अधिक समय लग सकता है।
अगर अपनी गाड़ी लेकर जा रहे हैं, तो एयरपोर्ट पर शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म पार्किंग की सुविधा है। पार्किंग शुल्क बदलते रहते हैं, इसलिए भुगतान के लिए कार्ड/यूपीआई साथ रखें और एंट्री टिकट संभाल कर रखें।
बड़ी बात—हवाई अड्डे पर कई सुविधाएं मिलती हैं: पे-पर-यूज़ लाउंज, फ़ूड कोर्ट, ड्यूटी-फ्री, मेडिकल काउंटर, प्रेयर रूम, बैगेज रैपिंग और वाई-फाई। विंग या टर्मिनल बदलने के लिए भी पर्याप्त संकेत होते हैं, पर समय बचाने के लिए बोर्ड और निर्देश पढ़ते रहें।
कुछ प्रैक्टिकल टिप्स: अपना पासपोर्ट/ID और बोर्डिंग पास एक जगह रखें, बैगेज में अनावश्यक तरल न रखें, और अगर व्हीलचेयर या विशेष सहायता चाहिए तो एयरलाइन को पहले बताएं। ट्रांजिट पर हैं तो काउंटर पर ट्रांजिट दिशानिर्देश और वीज़ा नियम पहले देख लें।
अखिरी बात — हमेशा एयरलाइन और एयरपोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट या उनके हेल्पडेस्क से ताज़ा अपडेट लें। फ्लाइट डिले, गेट चेंज या सुरक्षा निर्देश समय-समय पर बदल सकते हैं। सुरक्षित यात्रा करें और अच्छा सफर हो।