दिल्ली हवाई अड्डे पर बड़ा हादसा: टर्मिनल एक की छत गिरने से अफरा-तफरी

शुक्रवार सुबह दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 पर अचानक छत गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया। भारी बारिश के कारण छत का एक हिस्सा ढह गया, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद नागर विमानन मंत्रालय (MoCA) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए टर्मिनल 1 पर उड़ानों का संचालन निलंबित कर दिया है।

200 उड़ानों का संचालन प्रभावित

टर्मिनल 1 पर रोजाना लगभग 200 उड़ानों का संचालन होता है, जिनमें से अधिकतर इंडिगो और स्पाइसजेट की उड़ानें होती हैं। इंडिगो द्वारा संचालित फ्लाइट्स का प्रतिशत लगभग 80% होता है। अब इन सभी उड़ानों को टर्मिनल 2 और टर्मिनल 3 पर स्थानांतरित किया जा रहा है। Aviation मंत्री किंजरापुरु रम्मोहान नायडू ने बताया कि इस हादसे के चलते यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।

आर्थिक मदद की घोषणा

मंत्री नायडू ने घोषणा की है कि मृतक के परिवार को 20 लाख रुपये और घायलों को 3 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। इसके अलावा, MoCA ने देश भर के सभी हवाई अड्डों पर एक व्यापक संरचनात्मक जांच का आदेश दिया है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

2009 में निर्मित संरचना

यह ढहा हुआ ढांचा 2009 में निर्मित हुआ था। अब दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लिमिटेड (DIAL) को इस घटना की जांच करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) भी इस निरीक्षण की निगरानी करेगा और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।

प्रधानमंत्री की फलीभूत योजनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष 10 मार्च को 15 हवाई अड्डों परियोजनाओं का उद्घाटन किया था, जिनमें से एक पुनर्निर्मित और विस्तारित टर्मिनल 1 भी शामिल था। इस हादसे के बाद सभी स्पाइसजेट उड़ानें टर्मिनल 3 पर स्थानांतरित कर दी गई हैं, जबकि इंडिगो की उड़ानें टर्मिनल 2 और 3 पर परिवर्तित की जा रही हैं।

यात्रियों के लिए उपाय

MoCA ने सभी एयरलाइनों को यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानें प्रदान कराने या फिर पूरे रिफंड देने के लिए सलाह दी है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

हवाई अड्डे की सुरक्षा और अपडेट्स

हवाई अड्डे की सुरक्षा और अपडेट्स

इस घटना ने हवाई अड्डों की सुरक्षा और संरचनात्मक अखंडता पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह ज़रूरी है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सभी हवाई अड्डों पर नियमित जांच और मरम्मत का कार्य तेजी से किया जाए। इस संदर्भ में MoCA द्वारा की गई घोषणाएं एक स्वागत योग्य कदम हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा सुबह 8 बजे के करीब हुआ जब अधिकांश यात्री अपनी उड़ानों के लिए बोर्डिंग गेट पर जा रहे थे। तत्काल आपातकालीन सेवाओं को बुलाकर स्थिति को नियंत्रण में लाया गया और घायलों को नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा भी इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की गई है।

आगे की योजनाएं

देश के सभी हवाई अड्डों की संरचनात्मक अखंडता को लेकर DGCA द्वारा निरीक्षण के बाद एक व्यापक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जो भविष्य के लिए मार्गदर्शक साबित होगी। इस हादसे से सबक लेते हुए, भविष्य में ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।