मोंथा चक्रवात का असर बिहार में, 17 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवात मोंथा के प्रभाव से बिहार के 17 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी, गोपालगंज, आरा और भागलपुर सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा।
When working with भारी बारिश, वर्षा के तीव्र स्वरूप जो कम समय में बड़े जलभार उत्पन्न करता है. Also known as वाज़ी जलवायु, it often triggers बाढ़ और मानसून के गंभीर प्रभाव।
भारी बारिश सिर्फ पानी नहीं, यह सामाजिक और आर्थिक तनाव का स्रोत भी बनती है। जब जलस्तर अचानक बढ़ता है, तो निचले इलाकों में पानी जमा हो जाता है, सड़कों पर जलभराव होता है और घरों में जल प्रवेश करता है। यह स्थिति किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाती है, स्कूलों और अस्पतालों की कार्यवाही बाधित करती है, और अक्सर स्थानीय व्यापार बंद रहने पर मजबूर कर देती है। इन परिस्थितियों में स्थानीय प्रशासन को तुरंत राहत कार्य शुरू करना पड़ता है, जैसे कि जल निकासी के लिए पंप लगाना, सड़कें साफ़ करना और प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय देना। यही कारण है कि भारी बारिश और बाढ़ के बीच सीधा संबंध है – "भारी बारिश बढ़ाती है बाढ़ के जोखिम को"।
भारी बारिश के कारणों को समझना प्रभावी प्रबंधन की कुंजी है। वैज्ञानिक रिपोर्ट बताती हैं कि बदलाव वाला जलवायु पैटर्न, विशेषकर अनियमित मानसून, अचानक और तीव्र वर्षा लाता है। इसलिए "मानसून में वृद्धि से बढ़ती है भारी बारिश" एक सीधी लिंक बनती है। इसके अलावा शहरीकरण, अपर्याप्त जल निकासी प्रणाली और कंक्रीट की बड़ी मात्रा भी जल को जमीन में सोखने से रोकती है, जिससे जल सतह पर जमा होता है। इस समस्या का समाधान स्थानीय स्तर पर जल संग्रहण टैंक, बड़े पाइपलाइन नेटवर्क और हरित क्षेत्रों के विकास से किया जा सकता है। आपदा प्रबंधन एजेंसियां इन उपायों को टेस्ट और लागू करती हैं, ताकि संभावित जल आपदा के समय में रेस्क्यू टीमों को आसान पहुंच मिले और जनता को समय पर सूचना प्रदान की जा सके।
रिपोर्टों से यह भी पता चलता है कि भारी बारिश के समय में नागरिकों की तैयारी बहुत महत्वपूर्ण है। घर के निकट सुरक्षित ऊँचे स्थान की पहचान, फुर्सत में आपातकालीन किट तैयार रखना, और स्थानीय एवं राष्ट्रीय अलर्ट सिस्टम पर नजर रखना, ये सब बचाव के मुख्य हथियार हैं। "भारी बारिश प्रभावित करती है बाढ़ को" इस तथ्य को देखते हुए, सरकारी विभाग अक्सर हाईटेक सेंसर और रिमोट सेंसिंग से मौसम की भविष्यवाणी को सटीक बनाते हैं, जिससे पहले से चेतावनी जारी की जा सके। नागरिकों को भी सामाजिक मीडिया और स्थानीय न्यूज़ पोर्टल पर ताज़ा अपडेट पढ़ना चाहिए, ताकि वे समय पर सुरक्षित स्थान शिफ्ट कर सकें।
यह पेज नीचे कई लेख और अपडेट संकलित करता है जो भारी बारिश के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं – जल स्तर की त्वरित रिपोर्ट, प्रभावित क्षेत्रों की सूचनाएं, राहत कार्यों की प्रगति और विशेषज्ञों के विश्लेषण। चाहे आप एक किसान हों, छात्र हों या शहर के निवासी, इन लेखों से आपको वर्तमान स्थिति समझने, आवश्यक कदम उठाने और भविष्य में बेहतर तैयारी करने में मदद मिलेगी। अब नीचे स्क्रॉल करके देखें कि इस मौसम में कौन से क्षेत्र सबसे अधिक जोखिम में हैं और कैसे आप खुद और अपने समुदाय को सुरक्षित रख सकते हैं।
चक्रवात मोंथा के प्रभाव से बिहार के 17 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी, गोपालगंज, आरा और भागलपुर सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा।
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