घटना की पृष्ठभूमि

तमिलनाडु के करूर‑एरडो हाईवे पर स्थित वेलुसाम्यपुरम में 27 सितम्बर 2025 को टामिलगा वेत्री काज़हगम (TVK) पार्टी के संस्थापक विजय की राजनीतिक सभा आयोजित की गई। इस सभा के लिये स्थानीय प्रशासन ने लगभग 10,000 लोगों के लिये अनुमति जारी की थी, परंतु मैदान में पहुँचे समर्थकों की संख्या अनुमानित 30,000 से कहीं अधिक, कुछ स्रोतों के अनुसार 60,000 तक पहुंच गई थी। लोग दोपहर से ही आयोजन स्थल पर इकट्ठा होना शुरू कर चुके थे, जबकि विजय की पहुंच में छह घंटे से अधिक का विलंब हो गया। इस दौरान धूप, पानी और खाद्य पदार्थों की कमी के कारण कई लोगों को चक्कर, थकान और निर्जलीकरण की समस्या का सामना करना पड़ा।

रात के 7:40 बजे जब विजय का कैंप वाहन मंच की ओर बढ़ा, तो भीड़ ने उसके पीछे-पीछे धक्का देना शुरू कर दिया। मंच के बाड़े की ओर बढ़ते समय अचानक बहुत बड़ा दबाव बन गया, जिससे कई लोगों के पैर फिसल गए और वे नीचे गिर पड़े। इस भीड़भाड़ में तुरंत 40 मौतें और 83 घायल दर्ज किए गए। पुलिस ने लगभग 500 जवानों को तैनात किया था, पर भीड़ के अनियंत्रित प्रवाह को रोक पाना सम्भव नहीं हो पाया।

प्रतिक्रियाएँ और जांच की मांग

घटना के बाद विजय ने गहरी शोक भाव व्यक्त करते हुए कहा कि उनका मन भारी है और TVK कर्तव्यनिष्ठा से पीड़ितों के इलाज और परिजनों को सहायता प्रदान करेगा। वे तुरंत चेन्नई वापस लौटे। राजनीतिक दायरे में इस घटना ने कई तरह की प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न कर दीं। डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया (DPI) के मंत्री TRB राज़ा ने TVK आयोजकों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस नेता रमे शेनिथाला ने विस्तृत जांच और पीड़ितों के परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की।

एक पीड़ित, सेंटिल्कन्नन, ने मदरस हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें TVK की सभी सार्वजनिक सभाओं पर रोक लगाने की माँग की गई, जब तक कि पूरी जांच नहीं हो जाती। तमिलनाडु सरकार ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान किया और DPI सांसद कनिमोज़ी ने स्वयं जाँच कर शोक प्रकट किया और चेक सौंपे।

इस त्रासदी ने राज्य में बड़े राजनीतिक समागमों के दौरान भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अधिकारियों से अब अपेक्षा की जा रही है कि भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रमों के लिए सख्त जनसंख्या सीमा, पर्याप्त जल-खाद्य व्यवस्था और त्वरित आपातकालीन प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए।