समाचार सत्यापन — खबर सच है या अफवाह, तुरंत कैसे जानें
हर दिन सोशल पोस्ट और तेज़ खबरें आपकी फ़ीड में आ जाती हैं। पर क्या हर सच होता है? नहीं। कुछ खबरें जलील-सी लगती हैं पर झूठ निकलती हैं। यह पेज आपको सीधे और असरदार तरीके बताएगा ताकि आप खुद खबर की सच्चाई जाँच सकें।
फटाफट जांच के 7 आसान तरीके
1) स्रोत देखें: खबर किस साइट या अकाउंट ने दी है? हमेशा आधिकारिक या प्रतिष्ठित समाचार साइटों की तरफ बढ़ें। यदि स्रोत अनजान या नया लगता है, तो सावधान रहें।
2) तारीख और समय चेक करें: कई बार पुरानी खबरें नए संदर्भ में घूमती हैं। पोस्ट की तारीख और घटना की तारीख मिलाएं।
3) लेख के अंदर सोर्स/नोट्स पढ़ें: क्या किसी आधिकारिक बयान, रिपोर्ट या फोटो-credit का हवाला है? बिना स्रोत के बड़ी दावे अक्सर संदिग्ध होते हैं।
4) तस्वीर और वीडियो की जाँच करें: चित्र के लिए reverse image search (Google Images या TinEye) इस्तेमाल करें। वीडियो के लिए key frames खोजकर पुराने फुटेज होना पता लगाएं। कई वायरल क्लिप पुराने घटनाक्रम की दोबारा चलती हैं।
5) एक ही खबर को क्रॉस-चेक करें: कम से कम दो भरोसेमंद आउटलेट्स में वही घटना प्रकाशित है या नहीं। अगर सिर्फ सोशल पोस्ट पर है, तो सतर्क रहें।
6) लेखक और प्रोफाइल देखिए: कैसा अकाउंट शेयर कर रहा है? नया और बिना फॉलोअर्स वाला प्रोफाइल अक्सर भ्रामक सामग्री फैला सकता है।
7) भावनात्मक झलक से बचें: अगर खबर आपको गुस्सा, डर या अत्यधिक खुशी दे रही है, तो ये वायरल ट्रिक्स हो सकती हैं। ठंडे दिमाग से जाँच करें।
कहाँ से क्रॉस-चेक करें और उपयोगी टूल
आप सरकारी वेबसाइटें, प्रतिष्ठित समाचार एजेंसियाँ, और मान्यता प्राप्त fact-check साइटें देखें। Google reverse image, TinEye, Twitter/X पर आधिकारिक प्रोफाइल्स, और YouTube पर ओरिजिनल पोस्ट ढूँढना मदद करते हैं।
उदाहरण लें: हाल में लाहौर एयरपोर्ट की आग लगाने वाली वायरल वीडियो पर अधिकारियों ने इनकार किया — यही वह स्थिति है जहाँ reverse image और ऑफिशियल बयान सबसे त्वरित जवाब देते हैं। इसी तरह UP Board रिजल्ट की झूठी तारीखों वाली खबरें अक्सर अफवाह निकलीं, जिन्हें बोर्ड की आधिकारिक साइट से तुरंत खारिज किया गया।
अगर आप रिपोर्ट पढ़ते समय उलझ जाते हैं, तो इस आसान नियम को अपनाइए: किसी भी खबर को शेयर करने से पहले 2 मिनट जाँच में लगाइए। इससे आप गलत जानकारी फैलने से रोकते हैं और अपने दोस्तों-परिवार को भी सुरक्षित रखते हैं।
समाचार सत्यापन एक आदत है, कोई कठिन काम नहीं। थोड़ी सावधानी और सही टूल से आप हर फ़ीड में सच पहचान सकते हैं। जरूरत पड़े तो हमारी वेबसाइट पर फैक्ट-चेक टैग देखें जहां हालिया जाँच और उदाहरण दिए गए हैं।