ऋषभ पंत – क्रिकेट की नई चमक
अगर आप भारतीय क्रिकेट का फॉलो करते हैं तो ऋषभ पंत का नाम सुनते ही दिमाग में तेज़ी और बहुमुखी खेलशैली आती है। बॉटम ऑर्डर के साथ-साथ स्पिनर भी, उन्होंने टीम को कई बार संकट से बचाया है। यहाँ हम उनके हालिया प्रदर्शन, करियर की प्रमुख बातें और आने वाले मैचों पर नज़र डालते हैं।
हालिया मैचों में ऋषभ पंत का योगदान
पिछले टेस्ट सीरीज़ में भारत ने कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया। जब टीम को 200 रन की कमी थी, तो ऋषभ ने अपना बेस्ट 84 बना कर खेल को स्थिर किया। उनका औसत अभी 38.5 है, जो दिखाता है कि वे लगातार बड़े स्कोर बनाने में सक्षम हैं। सीमित ओवरों में भी उन्होंने कई फाइन-लाइन शॉट्स मार कर टीम की रेटरन बढ़ाई है।
बायोग्राफी और शैली
ऋषभ पंत का जन्म 1993 में दिल्ली के एक साधारण परिवार में हुआ था। शुरुआती उम्र से ही उन्हें क्रिकेट ने खींचा और वह हरियाणा की स्कूल टीम में चमके। उनके खेल की खास बात है उनका संतुलित तकनीक – तेज़ बॉल प्ले, घूर्णन शॉट्स और फील्डिंग में चतुराई। उन्होंने IPL में भी कई बार मैचा जीताए हैं, जहाँ उनकी फायरिंग पिच पर विकेट‑टेकिंग क्षमता ने उन्हें ‘फ़्रंटलाइन’ बनाय रखा है।
अब बात करते हैं उनके भविष्य की। टीम प्रबंधन ने कहा है कि ऋषभ को आगे के टूर में नियमित रूप से खेलने का मौका मिलेगा, खासकर जब स्पिनर या लो-ऑर्डर बॉलर की जरूरत पड़ेगी। उनकी फिटनेस भी लगातार बढ़ रही है – जिम और योगा रूटीन ने उन्हें फील्ड पर तेज़ बनाये रखा है।
अगर आप उनके खेल को करीब से देखना चाहते हैं, तो टी‑वी चैनल्स या ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म जैसे JioTV, SonyLIV पर लाइव मैचों का अनुसरण कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर भी वह अक्सर अपने फॉलोअर्स के साथ ट्रेनिंग टिप्स और पिच रिपोर्ट शेयर करते रहते हैं।
संक्षेप में कहा जाए तो ऋषभ पंत एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो दबाव में चमकते हैं, टीम को स्थिरता देते हैं और हमेशा नई चीज़ें सीखने के लिए तैयार रहते हैं। उनकी कहानी भारतीय क्रिकेट का नया अध्याय लिख रही है – और हमें उम्मीद है कि आगे भी वह कई यादगार पलों को जन्म देंगे।
28
मई
भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत ने दिसंबर 2022 में हुई सड़क दुर्घटना के बाद के कठिन समय के बारे में बताया। उन्होंने इस दुर्घटना के मानसिक प्रभाव, अपनी चोटों और उससे उबरने की प्रक्रिया के बारे में खुलकर चर्चा की। पंत ने उनके परिवार, दोस्तों और फैंस के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की सलाह दी।