मानसिक स्वास्थ्य कैसे रखें: सरल कदम
अक्सर हम शरीर की फिटनेस पर ध्यान देते हैं, लेकिन दिमाग भी उसी तरह देखभाल चाहता है। अगर आप थकान, बेचैनी या नींद में समस्या महसूस कर रहे हैं तो यह संकेत हो सकते हैं कि आपके मानसिक स्वास्थ्य को थोड़ा‑सा फोकस चाहिए।
दैनिक रूटीन में छोटे बदलाव
सुबह उठते ही पाँच मिनट गहरी साँसें लें—यह तनाव कम करता है और दिमाग को साफ़ रखता है। काम के बीच छोटा ब्रेक लेकर थोड़ी सैर या स्ट्रेचिंग करें, इससे ऊर्जा फिर से बढ़ती है। मोबाइल स्क्रीन पर घंटों बिताने की जगह हर दो घंटे में आँखें बंद कर 30 सेकंड रिलैक्स करना बहुत असरदार होता है।
शिज़ोफ़्रेनिया और अन्य रोगों का समझना
शिज़ोफ़्रेनिया एक गंभीर मानसिक स्थिति है जिसमें वास्तविकता और कल्पना में अंतर धुंधला हो जाता है। मुख्य लक्षण—भ्रम, मतिभ्रम और सोचने‑समझने में दिक्कत—को पहचान कर जल्द डॉक्टर से मिलें। उपचार में दवाइयाँ और काउंसलिंग दोनों जरूरी होते हैं; सिर्फ़ दवा नहीं, सपोर्ट सिस्टम भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
अगर आप या आपका कोई जानकार इन लक्षणों को दिखा रहा है तो तुरंत पेशेवर मदद लें—समय पर उपचार से जीवन की क्वालिटी बहुत बेहतर हो सकती है।
आखिरी में, नींद और पोषण का ध्यान रखें। कम से कम सात‑आठ घंटे सोएँ और हल्का, संतुलित भोजन करें; यह दिमागी कामकाज़ को तेज़ बनाता है। याद रखिए, स्वस्थ मन ही सफल जीवन की कुंजी है—छोटे‑छोटे कदम उठाएँ और फर्क देखें।
28
मई
भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत ने दिसंबर 2022 में हुई सड़क दुर्घटना के बाद के कठिन समय के बारे में बताया। उन्होंने इस दुर्घटना के मानसिक प्रभाव, अपनी चोटों और उससे उबरने की प्रक्रिया के बारे में खुलकर चर्चा की। पंत ने उनके परिवार, दोस्तों और फैंस के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की सलाह दी।