जब World Health Organization ने 10 अक्टूबर 2025 को World Mental Health Dayवैश्विक स्तर के तहत “आपातकाल में मानसिक स्वास्थ्य तक पहुँच” विषय पर वेबिनार आयोजित किया, तो पूरे विश्व के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का दिमाग़ ख़ुद ही घूम गया। इस वेबिनार में World Federation for Mental Health, United Nations High Commissioner for Refugees (UNHCR), और National Council for Mental Wellbeing जैसे दिग्गज संस्थाएँ भाग ले रही थीं। एक ही समय में, भारत में प्रयागराज में कई विश्वविद्यालय और सम्मेलन मंच तैयार हो रहे थे, जिससे इस दिन का असर देश‑भर में महसूस किया गया।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 की प्रमुख बातें
वेबिनार का समय 14:00 CET (12:00 UTC) तय था, और लाइव अनुवाद अरबी व फ़्रेंच में उपलब्ध कराया गया। World Mental Health Day की थीम आपातकालीन परिस्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य सेवा की पहुँच है – मतलब बाढ़, युद्ध या महामारी जैसे संकट में भी लोगों को मदद मिली रहे। इस सिलसिले में WHO ने कहा कि “अभी तक 30 मिलियन अमेरिकियों को आवश्यक उपचार नहीं मिल पा रहा है”, जो एक ज़ोरदार संकेत है कि दुनिया भर में इलाज की दूरी अभी भी बहुत बड़ी है।
बुनियादी आँकड़े और महत्व
- अमेरिका में हर पाँच वयस्क में से एक साल में मानसिक रोग से जूझता है।
- 6‑17 वर्ष के उम्र के 1 में से 6 अमेरिकी युवाओं को वार्षिक रूप से मानसिक समस्या का सामना करना पड़ता है।
- जीवन‑भर की मानसिक बीमारी का लगभग 50 % केस 14 साल की उम्र तक शुरू हो जाता है, और 75 % तक 24 साल की उम्र में।
- 10‑14 साल के बच्चों में आत्महत्या दूसरी प्रमुख कारण है।
National Council for Mental Wellbeing के ये आँकड़े सुनकर कई विशेषज्ञों ने कहा कि “बचपन में ही सटीक पहचान और समर्थन नहीं मिलने से समस्या बड़ी बन जाती है।” कुछ विशेषज्ञों ने बताया कि आपातकालीन स्थितियों में टेली‑मेडिसिन का उपयोग करना भविष्य का एक समाधान हो सकता है।
प्रयागराज में कार्यक्रम की रूपरेखा
इस वर्ष का उत्सव Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University (CTUAP) के Department of Social Work द्वारा आयोजित किया जा रहा है। 2023 में उन्होंने एक चार्ट प्रदर्शनी और टिप‑टोकन वितरण से सफल प्रतिक्रिया पाई थी; इस बार भी वे समान कार्यक्रम करेंगे, लेकिन इस बार अधिक इंटरएक्टिव वर्कशॉप की योजना है।
- मिनिट‑दर्जन ध्यान (mindfulness) सत्र – 200 प्रतिभागी अनुमानित।
- आपातकाल में मानसिक सहायता कैसे दें – फील्ड एक्सपर्ट द्वारा व्याख्यान।
- स्थानीय NGOs और शरणार्थी संगठनों के साथ मिलकर राहत कार्यशाला।
इवेंट के आयोजकों ने कहा, “प्रयागराज में पहले से ही स्वास्थ्य सम्मेलनों की एक रौनक है; इस वर्ष हम इसे मानसिक स्वास्थ्य के इर्द‑गिर्द केंद्रित कर रहे हैं।” इस बात की पुष्टि All Conference Alert ने की, जिसने 2025 के लिये कई स्वास्थ्य सम्मेलनों की लिस्ट जारी कर दी है, जिनमें Rehabilitation and Physical Medicine भी शामिल है।
विभिन्न संगठनों की भागीदारी और वक्तव्य
वेबिनार में WHO के एक प्रतिनिधि ने बताया, “आपातकाल में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की तुरंत उपलब्धता एक अधिकार होना चाहिए, न कि लक्ज़री।” World Federation for Mental Health के अध्यक्ष ने कहा, “जैसे हम जल‑संकट को संभालते हैं, वैसे ही मानसिक‑संकट को भी पेशेवर‑स्तर पर बंद करना होगा।” UNHCR के प्रवक्ता ने बताया कि शरणार्थियों में PTSD और डिप्रेशन के मामलों में वृद्धि देखी गई है, और तुरंत सहायता की आवश्यकता है।
इसी बीच, भारत में DD India ने विशेष कार्यक्रम चलाते हुए इस दिन के महत्व को जनता तक पहुँचाया। उनके प्रमुख न्यूज़ शो – NewsNight और World Today – ने इस विषय पर गहन विश्लेषण किया और दर्शकों को “मनो‑स्वास्थ्य की गली को तोड़ने” का आह्वान किया।
आगामी स्वास्थ्य सम्मेलनों पर नज़र
All Conference Alert के अनुसार, 2025 में प्रयागराज में कुल पाँच बड़े स्वास्थ्य सम्मेलन आयोजित होंगे, जिनमें “Rehabilitation and Physical Medicine International Conference” 12‑14 जनवरी को, और “Disaster Mental Health Forum” 22‑24 मार्च को होने वाले हैं। इन सम्मेलनों में शोध पत्र प्रस्तुत करने, नेटवर्किंग और नवीनतम तकनीकी उन्नति पर चर्चा करने के कई अवसर मिलेंगे।
कुल मिलाकर, इस वर्ष का World Mental Health Day न केवल आँकड़ों के माध्यम से समस्या को उजागर कर रहा है, बल्कि व्यावहारिक समाधान और स्थानीय स्तर पर कार्रवाई के लिए मंच भी तैयार कर रहा है। यदि आपातकाल में मदद पहुँचाना ही लक्ष्य है, तो यह दिन हम सबके लिए एक चेतावनी और प्रेरणा दोनों बनकर सामने आया है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
यह मानसिक स्वास्थ्य दिवस भारत में कैसे मनाया जा रहा है?
भारत में मुख्य रूप से सार्वजनिक प्रसारण चैनल DD India ने विशेष कार्यक्रम चलाए, जबकि प्रयागराज में Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University ने वर्कशॉप, ध्यान सत्र और शरणार्थी संगठनों के साथ मिलकर राहत कार्यशालाएँ आयोजित कीं। यह पहल स्थानीय छात्रों और पेशेवरों को जागरूकता के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल भी दे रही है।
वेबिनार में किन प्रमुख संगठनों ने हिस्सा लिया?
वेबिनार में World Health Organization, World Federation for Mental Health, United Nations High Commissioner for Refugees (UNHCR) और National Council for Mental Wellbeing शामिल थे। इनके प्रतिनिधियों ने आपातकाल में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।
आपातकालीन स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य मदद क्यों ज़रूरी है?
आपदा, युद्ध या महामारी जैसी स्थितियों में तनाव, anxiety और PTSD तेजी से बढ़ते हैं। अगर शुरुआती हस्तक्षेप नहीं हुआ तो यह दीर्घकालिक रोगों में बदल सकता है, जिससे व्यक्तिगत और सामाजिक लागत बढ़ती है। इसलिए WHO का कहना है कि आपातकाल में तुरंत मनो‑सहायता प्रदान करना एक बुनियादी अधिकार होना चाहिए।
प्रयागराज में आगामी स्वास्थ्य सम्मेलनों में क्या विशेषता है?
All Conference Alert के अनुसार, इस साल प्रयागराज में आयोजित होने वाले सम्मेलन केवल शैक्षणिक प्रस्तुतियों तक सीमित नहीं हैं; वे व्यावहारिक कार्यशालाएँ, केस‑स्टडी डिस्कशन और आपदा‑सहायता के लिए नवीन तकनीकों का प्रदर्शन भी शामिल करेंगे, जिससे उपस्थित विशेषज्ञ और छात्र दोनों को वास्तविक दुनिया के समाधान मिलेंगे।
World Mental Health Day का इतिहास क्या है?
World Mental Health Day पहली बार 1992 में World Federation for Mental Health द्वारा स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाना और वैश्विक स्तर पर बेहतर सेवाओं की माँग करना है। तब से हर 10 अक्टूबर को यह दिवस मनाया जाता है, और हर साल एक नई थीम के साथ इसे और प्रभावशाली बनाया जाता है।
Chandan kumar
अक्तूबर 10, 2025 AT 23:58सत्रों की टाइमिंग काफी टाइट है, देर तक नहीं ले जा पाएँगे।