बायर लेवरकुसन ने इस सीजन बुंडेसलीगा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कोच जाबी अलोंसो के नेतृत्व में टीम ने पूरे सीजन में एक भी मैच नहीं हारा और 27 जीत और 11 ड्रॉ के साथ सीजन का अंत किया। आखिरी मैच में हॉफेनहेम को 2-0 से हराकर उन्होंने यह कारनामा किया। 2019-20 सीजन में बायर्न म्यूनिख के बाद ऐसा करने वाली वे पहली टीम बन गई हैं।

लेवरकुसन की इस उपलब्धि को बुंडेसलीगा की कड़ी प्रतिस्पर्धा और टीम के पूरे सीजन के दौरान निरंतर अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने अपनी मजबूत रक्षापंक्ति और आक्रामक खेल के जरिए यह मुकाम हासिल किया है।

वहीं दूसरी ओर 1. FC कोलोन को रेलीगेशन का सामना करना पड़ा है। यूनियन बर्लिन के खिलाफ 3-1 से हारने के बाद उन्हें दूसरे डिवीजन में भेजा गया है। इस हार के साथ ही उनका तीन साल का टॉप डिवीजन का सफर खत्म हो गया।

कोलोन का रेलीगेशन गोल अंतर के कारण तय हुआ। उनके समान अंक वाली VfB स्टुटगार्ट बेहतर गोल अंतर के चलते बुंडेसलीगा में बनी रहने में कामयाब रही। अंतिम मैच तक कई टीमों के बीच रेलीगेशन से बचने की जंग चली।

बुंडेसलीगा सीजन के प्रमुख पहलू

इस बुंडेसलीगा सीजन में कई उलटफेर भी देखने को मिले। पिछले सीजन की तुलना में कुछ टीमों ने बेहतर प्रदर्शन किया तो कुछ का प्रदर्शन निराशाजनक रहा।

  • लेवरकुसन और यूनियन बर्लिन जैसी टीमों का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहा
  • बोरुसिया डॉर्टमंड जैसी दिग्गज टीम को संघर्ष करना पड़ा
  • बायर्न म्यूनिख एक बार फिर चैंपियन बनी, लेकिन उन्हें कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा
  • आखिरी मैचों तक रेलीगेशन का रोमांच बरकरार रहा

कुल मिलाकर यह एक रोमांचक और प्रतिस्पर्धी बुंडेसलीगा सीजन रहा। हालांकि कोविड-19 के कारण फैंस को स्टेडियम में एंट्री नहीं मिल पाई, लेकिन खिलाड़ियों ने अपने खेल से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।

लेवरकुसन की शानदार सफलता

बायर लेवरकुसन की टीम ने अपनी जीत और खेल के तरीके से सभी को प्रभावित किया है। जाबी अलोंसो के कोचिंग में उन्होंने एक मजबूत इकाई के रूप में प्रदर्शन किया। उनकी सफलता के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:

  1. युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन समावेश
  2. आक्रामक फुटबॉल पर फोकस और गोल करने की क्षमता
  3. मजबूत डिफेंस लाइन और गोलकीपर का शानदार प्रदर्शन
  4. जाबी अलोंसो के नेतृत्व में खिलाड़ियों का एकजुट होकर खेलना

लेवरकुसन की इस ऐतिहासिक जीत से जर्मन फुटबॉल में उनकी साख और बढ़ी है। उनका लक्ष्य अब अगले सीजन में इसी लय को कायम रखते हुए और बेहतर प्रदर्शन करना होगा। चैंपियंस लीग में भी उनसे बड़ी उम्मीदें होंगी।

कोलोन की टीम पर सवाल

दूसरी ओर कोलोन की टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं। पिछले तीन सालों से वे बुंडेसलीगा में अपनी जगह बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे थे। इस सीजन भी वे रेलीगेशन से नहीं बच पाए।

कोलोन को अपनी खेल शैली और रणनीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत होगी। उन्हें युवा प्रतिभाओं पर निवेश करना होगा और एक मजबूत टीम का निर्माण करना होगा। दूसरे डिवीजन में जाने का उनका लक्ष्य जल्द से जल्द वापसी करना होना चाहिए।

निष्कर्ष

फुटबॉल एक अप्रत्याशित खेल है और इस बुंडेसलीगा सीजन ने इसे एक बार फिर साबित किया। लेवरकुसन की अविश्वसनीय सफलता और कोलोन जैसी टीम का रेलीगेट होना इसके प्रमुख उदाहरण हैं।

आने वाले सीजन में भी कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। लेवरकुसन जैसी टीमें और बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी तो वहीं कोलोन जैसी टीमें वापसी करने के लिए जूझेंगी। कुल मिलाकर फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह बेहद रोमांचक दौर साबित होने वाला है।