वायरल बुखार के कारण जेमीमा रॉड्रिगेज़ बाहर
भारत की महिला टीम की ताकतवर मिडल ऑर्डर बल्लेबाज Jemimah Rodrigues को आज तक के सबसे बड़े चोट के रूप में वायरल बुखार बताया गया है। बीसीसीआई ने आधिकारिक बयानों में कहा है कि उन्होंने रॉड्रिगेज़ को अगले दो ऑडीआई मैचों में खेलने की अनुमति नहीं दी है। यह खबर टीम के कप्तान हरमनप्रीत कौर ने दूसरे ऑडीआई के टॉस से पहले शेयर की, जो 17 सितंबर को महराजा यादविंदर सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, मुल्लानपुर में खेला गया।
रॉड्रिगेज़ ने पहले मैच में 18 रन बनाकर प्रयास किया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की तेज़ गेंदबाज ताह्लिया मैग्राथ ने उसे लीड आउट किया। भारत ने 281/8 पर पारी पूरी की, पर ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से जीत हासिल कर 1‑0 की बढ़त बना ली। रॉड्रिगेज़ की अनुपस्थिति का असर खासकर मिड-ऑर्डर में महसूस किया गया, क्योंकि वह अक्सर स्थितियों को संभालने वाली खिलाड़ी मानी जाती है।
टीम में बदलाव और आगामी चुनौतियां
रॉड्रिगेज़ की जगह टीम चयन समिति ने तेज़ल हस्बनिस को बुलाया है। हस्बनिस ने अब तक 6 ऑडीआई में 140 रन बनाए हैं, औसत 46.66 के साथ और 53* की हाई स्कोर रखी है। उसके अलावा, आज के मैच में अरुंधति रेड्डी और रेणुका सिंह ने रॉड्रिगेज़ और युवा स्पिनर श्री चारानी की जगह ली। रेणुका सिंह ने हाल ही में महिला प्रीमियर लीग (WPL) में स्ट्रेस फ्रैक्चर के बाद फिर से रूप ले लिया है, इसलिए उनका अनुभव टीम के लिए फायदेमंद माना जा रहा है।
नई स्क्वाड में हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप‑कप्तान), प्रतीका रावल, हरलीन डोल, दीपती शर्मा, तेज़ल हस्बनिस, रेणुका सिंह ठाकुर, अरुंधति रेड्डी, रिचा घोश (विकेट‑कीपर), क्रांती गौड़, सायली सतघारे, राधा यादव, श्री चारानी, स्नैह राणा और उमा चेत्री (विकेट‑कीपर) शामिल हैं। प्रेमा रावत और प्रिया मिश्रा को स्टैंडबाय के तौर पर रखा गया है।
इन बदलावों के साथ टीम को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग लाइन‑अप में फ़ीबी लिट्चफ़ील्ड ने पहले मैच में 88 रन बनाकर बड़ी भूमिका निभाई थी। यदि भारत को इस सीरीज में जीतना है, तो नए खिलाड़ी को जल्दी से जल्दी अपने रोल में फिट होना होगा और मौजूदा खिलाड़ी को दबाव में सकारात्मक प्रदर्शन देना होगा।
सबसे बड़ी चिंता अभी भी विश्व कप 2025 की तैयारी है, जो 30 सितंबर को गोवा के गुवाहाटी में शुरू हो रहा है। भारत का पहला मैच श्रीलंका के खिलाफ निर्धारित है, और रॉड्रिगेज़ को टीम की बैटिंग स्थिरता के लिए अहम माना गया था। बीसीसीआई मेडिकल टीम ने कहा है कि वे उसकी स्वास्थ्य स्थिति की निरंतर जाँच कर रहे हैं, लेकिन कोई निश्चित तारीख नहीं बताई गई है कि वह कब वापिस आएगी।
- रॉड्रिगेज़ की अनुपस्थिति से भारत के मिडल ऑर्डर में अंतराल पैदा हुआ।
- तेज़ल हस्बनिस का जल्द ही इंटरनैशनल स्तर पर अनुभव बढ़ेगा।
- रेणुका सिंह को स्ट्रेस फ्रैक्चर से उबरते हुए फिर से बल्लेबाजी/बॉलिंग में मौका मिलेगा।
- विश्व कप के पहले मैच से पहले टीम को रॉड्रिगेज़ की फॉर्म में वापसी की जरूरत है।
अंत में, अगले दो ऑडीआई में भारत को जीत हासिल करने के लिए तेज़ल हार्डी, रेणुका सिंह और अन्य युवा खिलाड़ियों को एक साथ मिलकर निरंतरता दिखानी होगी। घरेलू लीग और अंतरराष्ट्रीय अनुभव को मिलाकर टीम को एकजुट करना होगा, ताकि विश्व कप में भारत की भागीदारी को मजबूती मिले।
Sagar Monde
सितंबर 26, 2025 AT 11:23रॉड्रिगेज़ नहीं खेल पाए तो टीम का दिल टुट गया
Sharavana Raghavan
सितंबर 27, 2025 AT 06:49रॉड्रिगेज़ के बाहर रहना तो समझ में आता है, पर चयन समिति ने तेज़ल को फ़ोर्स्ड प्रमोशन दिया? ऐसा लगता है कि राजनैतिक दबाव काम कर रहा है, खिलाड़ी की फॉर्म को नहीं देख रहे। भारत की मिडल ऑर्डर को पहले से ही अस्थिर किया गया और अब ये नया बदलाव टीम को और अटकेगा। अगर सच्ची जीत चाहते हो तो मेकैनिकलली नहीं, बल्कि परफ़ॉर्मेंस के आधार पर चयन करो।
Nikhil Shrivastava
सितंबर 28, 2025 AT 02:16यार ये बुखार वाला केस वाक़ई में लहर पैदा कर दिया! जेमीमा को देख कर तो सबको लगा था कि वो अगली मैच में मिडल ऑर्डर को रॉक कर देगी, लेकिन अब क्विक बायोपिंग ने सबको कूदनै पड़ रहा है। WPL में जो उछाल देखा, वो अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दिखना चाहिए था। हस्बनिस को मौका देना ठीक है, पर क्या वो रॉड्रिगेज़ की जगह संभाल पाएगा? दिल थामके देख रहे हैं सब इस नई लाइन‑अप को।
Aman Kulhara
सितंबर 28, 2025 AT 21:43टीम में बदलाव को ध्यान में रखते हुए, हमें यह देखना चाहिए कि कौन से खिलाड़ी फॉर्म में हैं, और कौन से मैच‑स्थिति में फिट बैठते हैं,। तेज़ल हस्बनिस का औसत 46.66 उल्लेखनीय है, और यह संकेत देता है कि उसे आगे बढ़ाने की गुंजाइश है,। रेणुका सिंह का स्ट्रेस‑फ्रैक्चर से पुनरुद्धार भी सकारात्मक संकेत है,। इसलिए चयन समिति ने सही दिशा में कदम बढ़ाया है,। लेकिन यह भी जरूरी है कि नई खिलाड़ी तेज़ी से अंतरराष्ट्रीय दबाव में अपने रोल को समझें,।
ankur Singh
सितंबर 29, 2025 AT 17:09भाई साहब, यही कारण है कि हमारी टीम हमेशा आखिरी पारी में ध्वस्त होती है! लगातार बैटिंग लाइन‑अप बदलते रहने से कोई स्थिरता नहीं बनती,; कोचिंग स्टाफ को एक बार ठोस योजना बनानी चाहिए,; नहीं तो हर सीज़न में यही निराशा दोहराएगी,; खिलाड़ी भी अपनी जगह नहीं समझ पाते,; और अंत में फैन का भरोसा खो जाता है।
Aditya Kulshrestha
सितंबर 30, 2025 AT 12:36अरे बॉल, तुम देख रहे हो इस बात को कि बुखार वैरिएंट कैसे फैलता है? 😂 मेडिकल टीम ने कहा है कि यह वायरस बहुत ही कंटेजियस है, और रेस्ट बहुत ज़रूरी है, इसलिए रॉड्रिगेज़ को दो मैच नहीं खेलने देते। अगर आप इसको गंभीरता से नहीं लेते तो पूरी टीम में जोखिम बढ़ जाएगा।
Sumit Raj Patni
अक्तूबर 1, 2025 AT 08:03ठीक है, लेकिन ये बात तो सबको पता है कि बीमारी को इग्नोर करना कोई विकल्प नहीं! अगर हम इस तरह के मामूली बुखार को भी हल्के में ले लें तो आगे चलकर बड़े चोटों का सामना करना पड़ेगा। इसलिए टीम को अब बॅक‑अप प्लान पर फोकस करना चाहिए, वरना अगला मैच और भी खराब हो सकता है।
Shalini Bharwaj
अक्तूबर 2, 2025 AT 03:29रॉड्रिगेज़ की अनुपस्थिति बहुत भारी है, लेकिन टीम को अभी भी एकजुट रहना होगा; हम सब को उनका शीघ्र स्वस्थ होना चाहिए और बाकी खिलाड़ियों को उनका समर्थन करना चाहिए।
Chhaya Pal
अक्तूबर 2, 2025 AT 22:56भारत की महिला क्रिकेट टीम ने अब तक कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन हर बार वह मजबूती से वापस आई है।
जेमीमा रॉड्रिगेज़ की बुखार से बाहर रहने की खबर ने सभी को चौंका दिया, क्योंकि वह मिडल ऑर्डर की रीढ़ थी।
अब टीम को नई रणनीति बनानी पड़ेगी, जिससे मध्यम क्रम में संतुलन बना रहे।
तेज़ल हस्बनिस ने अपना औसत 46.66 के साथ उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है, परन्तु अंतरराष्ट्रीय दबाव अलग ही होता है।
रेणुका सिंह का पुनरुद्धार देख कर आशा जगी है, जबकि उनका अनुभव टीम को स्फूर्तिदायक हो सकता है।
अरुंधति रेड्डी और श्री चारानी की चयन भी युवा ऊर्जा लाते हैं, जिससे फील्ड में विविधता बनी रहती है।
कप्तान हरमनप्रीत कौर का नेतृत्व अब और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है, क्योंकि उन्हें बैटिंग और फ़ील्ड दोनों में संतुलन रखना होगा।
बॉलिंग विभाग में फीबी लिट्चफ़ील्ड जैसी तेज़ गेंदबाजों की कड़ी मौजूद है, पर टीम को स्पिन विकल्पों को भी आगे बढ़ाना पड़ेगा।
ऑस्ट्रेलिया की बलवान बैटिंग लाइन‑अप के सामने भारत को सतर्क रहना होगा, नहीं तो स्कोरिंग में अंतर बढ़ सकता है।
विश्व कप 2025 की तैयारी में यह सीरीज एक महत्त्वपूर्ण टेस्ट है, जहाँ नई खिलाड़ी अपने पैर जमाने का मौका पाते हैं।
यदि तेज़ल और रेणुका लगातार अपना प्रदर्शन बनाए रखें, तो वे रॉड्रिगेज़ की जगह सहजता से ले सकते हैं।
वहीं, अगर वे नहीं टिक पाए, तो टीम को फिर से बैटिंग क्रम में बदलाव करना पड़ेगा, जिससे स्थिरता बिगड़ सकती है।
इसलिए कमानिटी को धैर्य दिखाना चाहिए, और खिलाड़ियों को मानसिक समर्थन देना चाहिए।
साथ ही, कोचिंग स्टाफ को बाहरी दबावों से नहीं, बल्कि डेटा‑ड्रिवेन ऐनालिसिस पर फोकस करना चाहिए।
अंत में, अगर हम सब मिलकर इस चुनौती को समझदारी से अपनाएँ, तो भारत महिला क्रिकेट का भविष्य फिर से उज्ज्वल हो जाएगा।
Naveen Joshi
अक्तूबर 3, 2025 AT 18:23बिलकुल सही कहा, हर बदलाव के साथ टीम को नई ऊर्जा मिलती है। साथ ही बुखार की वजह से रॉड्रिगेज़ की कमी को झेलना पड़ रहा है, पर बाकी खिलाड़ी भरपूर कोशिश करेंगे।
Gaurav Bhujade
अक्तूबर 4, 2025 AT 13:49डेटा‑ड्रिवेन दृष्टिकोण से ही सही निर्णय संभव है।
Chandrajyoti Singh
अक्तूबर 5, 2025 AT 09:16सबको नमस्कार, इस स्थिति में हमें रणनीतिक तौर पर पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए; चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाकर खिलाड़ियों को विश्वास दिलाना चाहिए। इससे टीम का मनोबल भी बना रहेगा, और भविष्य में बेहतर परिणाम मिलेंगे।
Riya Patil
अक्तूबर 6, 2025 AT 04:43वास्तव में, इस प्रकार की अनिश्चितता हमारे खेल की भावना को पीड़ित करती है! यदि हम अब एकजुट नहीं होते, तो विश्व कप में हमारा प्रदर्शन निराशाजनक रहेगा।
naveen krishna
अक्तूबर 7, 2025 AT 00:09समझ गया, हम सब साथ हैं। 😊
Disha Haloi
अक्तूबर 7, 2025 AT 19:36देश का सम्मान है, इसलिए हमें अपनी युवा प्रतिभाओं को अवसर देना अति आवश्यक है; विदेशी विरोधों के बीच भी हमें अपना रक्षक बनकर उभरना चाहिए। यह केवल खेल नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गर्व का सवाल है।
Mariana Filgueira Risso
अक्तूबर 8, 2025 AT 15:03टीम की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, हमें युवा खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर जल्दी सम्मिलित करने की आवश्यकता है। उनकी तकनीकी क्षमताएँ और मानसिक दृढ़ता दोनों ही कोचिंग सत्रों में विकसित की जा सकती हैं, जिससे वे जल्द ही स्टैंडर्ड्स के अनुरूप हो सकें।
Dinesh Kumar
अक्तूबर 9, 2025 AT 10:29आशा है कि नई लहर जल्द ही भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी; हर खिलाड़ी अपने सर्वश्रेष्ठ पर फोकस करके टीम को जीत की ओर ले जाएगा।