विश्व कप में पहली बार टेस्ट टीम पर भारी पड़ी नीदरलैंड्स

अक्सर ऐसी खबरें सुर्खियां नहीं बनती जब क्रिकेट की नई टीमें दिग्गजों को हराकर मैदान में सबको चौंका दें। 17 अक्टूबर को धर्मशाला में नीदरलैंड्स ने सबसे बड़ा उलटफेर कर दिया। विश्व कप 2023 के मुकाबले में इस टीम ने न सिर्फ दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को हराया, बल्कि पहली बार किसी टेस्ट मैच खेलने वाली टीम के खिलाफ 50 ओवर के वर्ल्ड कप मैच में जीत हासिल की।

बारिश के कारण दोनों टीमों को सिर्फ 43-43 ओवर खेलने को मिले। नीदरलैंड्स की पारी की शुरुआत तो बहुत खास नहीं रही, लेकिन नीदरलैंड्स के कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने नाबाद 78 रन बनाए। आखिरी ओवरों में रोएलोफ वैन डर मर्वे (29) और आर्यन दत्त (9 गेंदों में 23 रन) ने अंतिम ओवरों में तेज बल्लेबाजी कर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया। 50 रनों की जबरदस्त साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका की रणनीति को पूरी तरह बिगाड़ दिया।

मैच के दौरान एक वक्त ऐसा भी लगा कि रबाडा, बास डे लीडे और मार्को यानसन जैसे गेंदबाज अफ्रीकी टीम को वापस मुकाबले में ले आएंगे। रबाडा ने मैक्स ओ'डाउड और बास डे लीडे के विकेट सस्ते में चटकाए, वहीं यानसन ने भी नीदरलैंड्स को हिलाने की कोशिश की। लेकिन अंतिम ओवरों की शानदार बल्लेबाजी से नीदरलैंड्स ने 245/8 का बड़ा लक्ष्य खड़ा कर दिया।

दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी लड़खड़ाई

जब दक्षिण अफ्रीका बल्लेबाजी करने उतरी, तो शुरुआती झटके ने उनके पैर उखाड़ दिए। क्विंटन डि कॉक को कोलिन एकरमैन ने जल्दी चलता किया, जिससे दबाव और बढ़ गया। इसके बाद लॉगन वैन बीक (3/60), पॉल वैन मीकरेन (2/40), बास डे लीडे (2/36) और खुद वैन डर मर्वे (2/34) ने सधी गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। इनकी कोशिशों से पूरी अफ्रीकी टीम 42.5 ओवर में 207 रन पर ढेर हो गई।

नीदरलैंड्स की फील्डिंग भी तारीफ के काबिल रही। कैच छोड़ने का कोई सवाल नहीं, गेंदबाजों ने अपने कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स की रणनीति का बखूबी पालन किया। कम ओवरों की पिच पर विकेट लेकर हर मौके पर अफ्रीकी टीम पर दबाव बनाए रखा।

दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप 2023 में अब तक अजेय थी, लेकिन इस हार ने उनकी जीत की उम्मीदों पर भी ब्रेक लगा दिया। वहीं, नीदरलैंड्स के लिए यह जीत क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक बन गई—खासकर जब आप जानते हैं कि यह टीम अनुभवी नामों की कमी के बावजूद हर विभाग में दम दिखा रही है।

स्कॉट एडवर्ड्स की कप्तानी, अंत तक टिके रहने की काबिलियत और गेंदबाजों की टीम वर्क—ये सब कुछ दर्शाते हैं कि कोई भी छोटा देश बड़े मंच पर कमाल कर सकता है। अब आगे होने वाले मैचों में बाकी टीमों को भी सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि नीदरलैंड्स आसानी से किसी को भी चौंका सकती है।