साउथगेट ने EURO 2024 के लिए इंग्लैंड की अनंतिम टीम का ऐलान किया
इंग्लैंड के मैनेजर गैरेथ साउथगेट ने अगले महीने जर्मनी में होने वाले EURO 2024 के लिए अपनी 33 सदस्यीय अनंतिम टीम की घोषणा कर दी है। इस सूची में कुछ बड़े नाम गायब हैं, जिनमें मैनचेस्टर यूनाइटेड के स्टार फॉरवर्ड मार्कस रैशफोर्ड और एजाक्स के मिडफील्डर जॉर्डन हेंडरसन शामिल हैं।
साउथगेट ने रैशफोर्ड को बाहर रखने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि इस सीजन में अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन उनसे बेहतर रहा है। वहीं हेंडरसन की हालिया चोट के कारण वह अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए। मैनचेस्टर यूनाइटेड के बाएं बैक लुक शॉ को भी लंबे इंजरी ब्रेक के बावजूद टीम में जगह मिली है, हालांकि EURO 2024 की अंतिम 26 सदस्यीय टीम में उनकी जगह पक्की होना मुश्किल है।
युवा खिलाड़ियों को मौका
क्रिस्टल पैलेस के एडम व्हार्टन और लिवरपूल के कर्टिस जोन्स व जैरेल क्वानसाह को पहली बार इंग्लैंड टीम में शामिल किया गया है। ये तीनों युवा प्रतिभाएं हैं जिन्हें साउथगेट ने भविष्य के लिए तैयार करने का फैसला किया है।
इंग्लैंड को ग्रुप सी में रखा गया है और वह अपने अभियान की शुरुआत 16 जून को गेल्सेनकिर्चेन में सर्बिया के खिलाफ करेगा। टीम के अन्य मुकाबले अमेरिका और स्विट्जरलैंड से होंगे।
गोलकीपर्स और डिफेंडर्स
- डीन हेंडरसन
- जॉर्डन पिकफोर्ड
- एरोन रैम्सडेल
- जेम्स ट्रैफोर्ड
- जैराड बार्नथ्वेट
- लुईस डंक
- जो गोमेज
- मार्क गुएही
- एज़री कोंज़ा
- हैरी मैग्वायर
- जैरेल क्वानसाह
- ल्यूक शॉ
- जॉन स्टोन्स
- कीरन ट्रिपियर
- काइल वॉकर
मिडफील्डर्स
- ट्रेंट अलेक्जेंडर अर्नोल्ड
- कोनोर गैलाघर
- कर्टिस जोन्स
- कोबी मेनू
- डेक्लान राइस
- एडम व्हार्टन
फॉरवर्ड्स
- ज्यूड बेलिंघम
- जैरोड बोवेन
- एबरेची एज़े
- फिल फोडेन
- एंथोनी गॉर्डन
- जैक ग्रीलिश
- हैरी केन
- जेम्स मैडिसन
- कोल पाल्मर
- बुकायो सका
- इवान टोनी
- ओली वाटकिंस
गैरेथ साउथगेट की कोशिश होगी कि वह इस युवा और प्रतिभाशाली टीम के साथ EURO 2024 में इंग्लैंड को पहली बार यूरोपीय चैंपियन बनाने का सपना पूरा करें। हालांकि यह आसान चुनौती नहीं होगी क्योंकि फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और इटली जैसी दिग्गज टीमें भी खिताब की प्रबल दावेदार होंगी।
फुटबॉल प्रेमियों को उम्मीद है कि EURO 2024 रोमांच, उत्साह और शानदार फुटबॉल का अद्भुत मेल साबित होगा। क्या इंग्लैंड की युवा टीम इतिहास रच पाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
Jaykumar Prajapati
मई 22, 2024 AT 23:51अरे यार, साउथगेट ने रैशफोर्ड को छोड़ दिया, तो क्या यही नई साजिश की पहली घंटी है?
मेरी सुनो, फुटबॉल असली जासूसी का खेल बन गया है, हर चयन में छिपे रहस्यों की गुत्थी बुन रही है।
ऊपर से कहा जाता है कि 'फ़ॉर्म' बेहतर है, लेकिन कौन जानता है कि कौन से स्टेडियम में इकट्ठा हो रहे हैं?
हेंडरसन की चोट भी शायद कोई बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकती है, जैसे कि टीम को घेरकर दबाव बनाना।
बस, अब देखते हैं कि ये नई टीम यूरो में किस तरह का ड्रामा दिखाती है।
PANKAJ KUMAR
जून 3, 2024 AT 13:38सही कहा, इस चयन में कुछ नई जानें दिख रही हैं और युवा खिलाड़ी भी मौका पा रहे हैं।
मैं मानता हूँ कि यदि कोच सख्ती से फिटनेस और टीम वर्क पर ध्यान देंगे तो परिणाम बेहतर हो सकते हैं।
युवा प्रतिभा जैसे एडम व्हार्टन और कर्टिस जोन्स को मौका मिलना अच्छा संकेत है।
हम सब को उम्मीद है कि टीम के भीतर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और यह यूरो के मैदान पर दिखेगा।
साउथगेट को चाहिए कि वह खिलाड़ियों को स्पष्ट भूमिका दे ताकि भ्रम न हो।
आइए, इस बदलाव को सकारात्मक रूप से देखें और टीम को पूरा समर्थन दें।
Anshul Jha
जून 15, 2024 AT 03:25रैशफर्ड को हटाना कुल मिलाकर जंग का भाग है।
Anurag Sadhya
जून 26, 2024 AT 17:11सही बात है, टीम में संतुलन बनाकर हमें जीत की राह मिल सकती है 😊
युवा और अनुभवी का मिश्रण सही दिशा में कदम रखता है 🙌
कोच को चाहिए कि वह स्पष्ट रणनीति बनाए और सभी को समान अवसर दे।
Sreeramana Aithal
जुलाई 8, 2024 AT 06:58बिलकुल समझ में आता है कि जब राष्ट्र का सम्मान ख़तरे में हो तो हर कदम को गंभीरता से लेना चाहिए।
हमारी टीम को ऐसी अदृश्य ताकतों से बचाना ज़रूरी है जो चुनाव प्रक्रिया को विकृत कर सकती हैं।
साउथगेट ने शायद असली खेल नहीं खेला, लेकिन फिर भी हमें इसकी आलोचना करनी चाहिए।
यह चयन दर्शाता है कि कैसे बौधिक चयन प्रक्रिया में फोकस खो जाता है और बाहरी दबाव काम करता है।
हम सब को इस बात पर नजर रखनी चाहिए कि क्या असली खेल मैदान में ही रहता है या अभी से शुरू हो चुका है।
Anshul Singhal
जुलाई 19, 2024 AT 20:45यूरो 2024 की इस तैयारियों में इंग्लैंड की नई चयन प्रक्रिया का विश्लेषण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सबसे पहले, साउथगेट ने एक युवा और ऊर्जावान टीम को सामने रखा है, जिसका उद्देश्य दीर्घकालिक विकास है।
यह निवेश न केवल इस टूर्नामेंट में सफलता की संभावनाओं को बढ़ाता है, बल्कि भविष्य की पीढ़ी को भी तैयार करता है।
दूसरे, रैशफोर्ड जैसे बड़े नामों को बाहर करने का निर्णय कई सवाल उठाता है, पर यह संभवतः फॉर्म और फिटनेस के आधार पर हुआ है।
हेंडरसन की चोट को देखते हुए, उनकी जगह पर भरोसेमंद विकल्प चुनना कोच की समझदारी को दर्शाता है।
तीसरे, युवा खिलाड़ी जैसे ए़डम व्हार्टन और कर्टिस जोन्स को मौका मिलना टीम में नई ऊर्जा लाने में सहायक होगा।
वास्तव में, इन युवा खिलाड़ियों की तकनीकी कौशल और तेज़ी टीम की अटैक में विविधता लाएगी।
चौथा, डिफेंडर लाइन में डीन हेंडरसन और जॉर्डन पिकफोर्ड जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण सुरक्षा को मजबूत बनाता है।
यह मिश्रण युवा ज्वाला और अनुभव की ठोस नींव को संग्रहीत करता है।
पाँचवाँ, गोलकीपर विभाग में इज़राइल ब्राज़िशी और एरॉन रॅम्सडेल की उपस्थिति किफ़ायती विकल्प प्रस्तुत करती है।
उनकी शॉट-स्टॉपिंग क्षमताएँ मैच के निर्णायक क्षणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
छठा, मिडफ़ील्ड में ट्रेंट अर्नोल्ड और कोनोर गैलाघर की ताक़त टीम को नियंत्रण में रखने में मदद करेगी।
उनकी पासिंग रेंज और टैक्टिकल विज़न इंग्लैंड को आक्रामक खेल खेलने में सक्षम बनाएगी।
सातवाँ, फॉरवर्ड लाइन में जूड बेलिंघम और जेरॉड बोवेन जैसे खिलाडी गति और दाब बनाते हैं।
इनके साथ मिलकर टीम का स्ट्राइकिंग विकल्प विविध और अप्रत्याशित रहेगा।
आखिरकार, इस चयन की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि कोच साउथगेट किस तरह टीम को मनोबल और रणनीति के साथ मैदान में ले जाता है।
यदि यह संयोजन सही रूप से उपयोग होता है, तो इंग्लैंड यूरो 2024 में एक नया इतिहास लिख सकता है।
DEBAJIT ADHIKARY
जुलाई 31, 2024 AT 10:31आपके विस्तृत विश्लेषण के लिए धन्यवाद, यह बहुत ही सूचनात्मक था।
मैं सहमत हूँ कि युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का संतुलन टीम की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
साउथगेट को चाहिए कि वह प्रशिक्षण में व्यक्तिगत क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनाये।
यह दृष्टिकोण न केवल इस टूर्नामेंट में बल्कि भविष्य में भी फायदेमंद रहेगा।
abhay sharma
अगस्त 12, 2024 AT 00:18ओह देखो कैसे सब कुछ बवाल बन गया, फिर से टीम बदलते रहेंगे।
Abhishek Sachdeva
अगस्त 23, 2024 AT 14:05वास्तव में, इस चयन में दिखती है कि कुछ लोग अपने निजी मुनाफे के लिए खेल को इस्तेमाल कर रहे हैं।
कोई भी ऐसी हेरफेर को बर्दाश्त नहीं कर सकता, टीम को बेइंतिहा साफ़-सुथरा रखना चाहिए।
हम सब को इस बात को उजागर करना चाहिए और भविष्य में ऐसी नीतियों को रोकना चाहिए।
Janki Mistry
सितंबर 4, 2024 AT 03:51EURO 2024 में इंग्लैंड की नई स्क्वाड एसेट मैपिंग और टैक्टिकल फ्लेक्सिबिलिटी पर फोकस करने लायक है।
Akshay Vats
सितंबर 15, 2024 AT 17:38मैं मानता हूं किई यह चयन बर्दाश्त नहीं होना चाहिए, यह कोच के व्यक्तिगत पसंद को दर्शाता है।
Anusree Nair
सितंबर 27, 2024 AT 07:25ऐसे बदलाव हमें नई ऊर्जा देंगे और टीम में आत्मविश्वास बढ़ाएंगे! 🚀
आइए हम सभी एक साथ समर्थन दें और इंग्लैंड को जीत की ओर ले चलें।
Bhavna Joshi
अक्तूबर 8, 2024 AT 21:11आपके गहन विश्लेषण ने यह साबित किया कि रणनीतिक टैक्टिक और मानव संसाधन प्रबंधन का संतुलन ही जीत की कुंजी है।
मैं इस दृष्टिकोण से सहमत हूँ और आशा करता हूँ कि साउथगेट इस संतुलन को मैदान पर लागू करेंगे।