महिला यौन उत्पीड़न — पहचान, अधिकार और त्वरित कदम
अगर आपको किसी ने आपत्ति जनक शब्द, छेड़छाड़, अनचाही छूना, परेशान करने वाले संदेश या पीछा किया है, तो यह यौन उत्पीड़न है। अनुभव डरावना और अकेलापन पैदा कर सकता है, पर कार्रवाई करने से आप खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकती हैं। यहां आसान भाषा में बताए गए कदम तुरंत मददगार होंगे।
कौन-कौन सी बातें यौन उत्पीड़न मानी जाती हैं?
यौन उत्पीड़न सिर्फ शारीरिक नहीं होता। उसके कुछ सामान्य रूप हैं: अपमानजनक कमेंट या छेड़छाड़, अनचाहे मैसेज या फोटो, काम पर अनुचित इशारे, फिजिकल टचिंग, ऑनलाइन स्टॉकिंग या बार-बार परेशान करना। ऑफिस में जब कोई असहज माहौल बनता है या कोई आपसे नॉलेज के बिना नजदीकी बढ़ाता है — इसे गंभीर लें।
पहले क्या करें — त्वरित और सुरक्षित कदम
सबसे पहले अपनी सुरक्षा तय करें — यदि खतरा हो तो तुरंत सुरक्षित जगह पर जाएं और जरूरत पड़े तो किसी भरोसेमंद व्यक्ति को सूचित करें। घटना के बाद जितनी जल्दी हो सके सबूत संकलित कर लें: मैसेज, कॉल लॉग, स्क्रीनशॉट, कैमरा फुटेज, गवाहों के नाम और घटना का समय-स्थान नोट करें। ये छोटे-छोटे सबूत आगे काम आएंगे।
काम की जगह पर: अपने नियोक्ता को बताइए और कंपनी के अंदर बने Internal Complaints Committee (ICC) को शिकायत दीजिए। भारत में "Sexual Harassment of Women at Workplace (Prevention, Prohibition and Redressal) Act, 2013" के तहत नियोक्ता के पास शिकायत का समयबद्ध निवारण करना जरूरी है। अगर आपके पास ICC नहीं है तो लिखित में शिकायत रखें और कॉपी सुरक्षित रखें।
कानूनी कार्रवाई: आप चाहें तो थाने में FIR दर्ज करा सकती हैं। IPC की कुछ धाराएँ जैसे छेड़छाड़ और अपमानजनक व्यवहार के खिलाफ शिकायत की जा सकती है। पुलिस और कोर्ट दोनों में शिकायत करने का हक़ है — यह आपकी सहमति पर निर्भर करता है। मेडिकल परीक्षण (यदि जरूरत हो) समय पर कराना जरूरी होता है।
समर्थन और सलाह: अकेले लड़ना जरूरी नहीं। भरोसेमंद दोस्त, परिवार, वकील या स्थानीय महिला सहायता NGO से जुड़ें। राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय महिला आयोगों की वेबसाइट पर भी शिकायत की जा सकती है। यदि डर लगे तो कानूनी सलाह लेने के बाद ही आगे बढ़ें — मुफ्त कानूनी सहायता कई जगह मिलती है।
प्रति-कार्रवाई से बचाव: शिकायत करने पर प्रतिशोध का डर आम है, पर कानून प्रतिरोधित करने पर भी कदम उठाने की बात देखता है। अपनी शिकायत की लिखित प्रतियाँ रखें और हर संवाद का रिकॉर्ड रखें। यह भविष्य में आपकी मदद करेगा।
याद रखें, आपकी भावनाएँ सत्य हैं और आप मदद मांगने की हकदार हैं। तुरंत कदम उठाकर आप खुद को सुरक्षित कर सकती हैं और गलत व्यवहार को रोका जा सकता है। यदि आपको मार्गदर्शन चाहिए, स्थानीय पुलिस स्टेशन, स्थानीय महिला आयोग या NCW की वेबसाइट पर जानकारी मिल सकती है।
अगर आप चाहें, हम आपको बताए गए कदमों के अनुरूप एक चेकलिस्ट या शिकायत नमूना पत्र तैयार करके दे सकते हैं — बस बताइए किस तरह की मदद चाहिए।