जाँच — असली खबर और फैक्ट-चेक रिपोर्ट्स
आपने कोई वायरल वीडियो या खबर देखी और मन में सवाल उठे—क्या सच है? यह पृष्ठ ('जाँच' टैग) उन्हीं सवालों के जवाब देने के लिए है। हम यहाँ उन खबरों, अफवाहों और विवादों की पड़ताल करते हैं जो सीधे आपके फ़ीड में आती हैं। हमारे लेख आपको तेज़, भरोसेमंद और स्पष्ट जानकारी देने के लिए बनाते हैं—बिना गलतियों या बाती–बात की रस्सी के।
यहाँ आपको क्या मिलेगा
हमारी जांच रिपोर्ट्स और फैक्ट-चेक लेख सीधा और साफ होते हैं। कुछ उदाहरण:
- लाहौर एयरपोर्ट पर आग की अफवाह — वायरल वीडियो की सच्चाई और एयरपोर्ट प्राधिकरण का बयान।
- UP Board Result अफवाहें — रिजल्ट तारीख़ के झूठे दावों की पड़ताल और आधिकारिक सूत्रों की जानकारी।
- पाकिस्तान क्रिकेट पर आरोप — इमरान खान के बयान और पीसीबी से जुड़े दावों का विश्लेषण।
- खेल विवाद और डिबेट — हरषित राणा के डेब्यू जैसे मामलों में नियमों और निर्णयों की जाँच।
- सामान्य मिथ/सच्चाई — सोशल मीडिया पर फैल रही किसी खबर की फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट।
ये सभी लेख आपको तर्क और स्रोत के साथ समझाते हैं कि किस खबर पर भरोसा किया जा सकता है और किस पर नहीं।
खबर आप खुद कैसे जाँचें — आसान तरीके
हम बताएँगे कैसे तुरंत पता करें कि कोई खबर भरोसेमंद है या नहीं. कुछ सरल कदम अपनाइए:
- सोर्स चेक करें: किसने खबर दी? आधिकारिक वेबसाइट, सरकारी बयान या भरोसेमंद मीडिया है या कोई अनजान अकाउंट?
- तारीख और समय देखें: पुरानी क्लिप या पुरानी खबरें नई दिखाकर वायरल हो सकती हैं।
- रिवर्स इमेज/वीडियो सर्च करें: तस्वीरें और वीडियो अक्सर पहले कहीं और प्रकाशित हुए होते हैं।
- कई स्रोत मिलाएँ: एक ही घटना के बारे में अलग--अलग भरोसेमंद मीडिया क्या कह रहे हैं, यह देखें।
- भावनात्मक भाषा से सावधान रहें: अत्यधिक सनसनीखेज या गुस्सैल हेडलाइन अक्सर क्लिकबाइट होती है।
- सरकारी/आधिकारिक काउंटर चेक: अगर एयरपोर्ट, बोर्ड या संस्था ने बयान दिया हो तो वो सही माना जाता है।
अगर आपको किसी खबर पर शंका हो, तो पहले शांत रहें और ऊपर दिए तरीके आज़माएँ। फिर भी संदेह रहे तो हमारी 'जाँच' टैग की हालिया रिपोर्ट पढ़ें—हम अक्सर वायरल दावों की सत्यापित जानकारी डालते रहते हैं।
समाचार कोना पर हमारा मकसद है: सच्चाई तक शीघ्र पहुँच और आपको भ्रम से बचाना। इस टैग को फॉलो करें, नोटिफिकेशन ऑन रखें और शक वाली खबर हमें भेजें—हम उस पर जाँच कर रिपोर्ट करेंगे।
चाहिए तेज फैक्ट-चेक हो या गहराई से की गई जांच, यह पेज आपकी मदद करेगा सही और उपयोगी खबर पाने में।
8
दिस॰
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल को सैनिक कानून की अल्पावधि घोषणा को लेकर जाँच का सामना करना पड़ रहा है। उनके खिलाफ विश्वासघात और सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप हैं। राष्ट्रीय असेंबली द्वारा महाभियोग के प्रयासों के बावजूद जाँच जारी है। पूर्व रक्षा मंत्री समेत कई बड़े अधिकारी भी इस जाँच के घेरे में हैं।