अमित शाह
जब बात अमित शाह, भारतीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता, जो चुनाव रणनीति और आंतरिक सुरक्षा नीति में प्रमुख भूमिका निभाते हैं. अन्य नाम से भी जाने जाते हैं अमित जॉर्ज शाह, वह राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करने, कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने और पार्टी के चुनावी मोर्चे को संगठित करने में कुशल हैं। अमित शाह सत्ता में आने के बाद कई महत्त्वपूर्ण सुरक्षा अधिनियमों को लागू किया, जिससे उनके नाम का हर मोर्चा "नीति निर्मात" के रूप में चमकता है। यह इकाई भाजपा, भारत की सत्ता में रहने वाली प्रमुख राजनैतिक पार्टी के भीतर रणनीतिक दिशा निर्धारण को भी प्रभावित करता है। इसलिए कहा जा सकता है कि अमित शाह चुनाव रणनीति को आकार देता है, जबकि भाजपा की नीति निर्माण में उनका योगदान अनिवार्य है।
अमित शाह और नरेंद्र मोदी का साझेदारी
एक और अहम इकाई नरेंद्र मोदी, वर्तमान भारत के प्रधान मंत्री, जिनके साथ अमित शाह ने कई राष्ट्रीय परियोजनाओं को लागू किया है। दोनों के बीच का सहयोग राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक सुधार और जलवायु परिवर्तन जैसे बड़े मुद्दों पर गहरा असर डालता है। अमित शाह ने अपनी भूमिका में समय-समय पर प्रधानमंत्री के चुनावी अभियानों को संकलित किया, जिससे भाजपा ने लगातार कई राज्य और केंद्र में जीत हासिल की। इस प्रकार, अमित शाह रणनीतिक सलाहकार के रूप में कार्य करता है, जबकि नरेंद्र मोदी उसे नीति के शीर्ष स्तर पर लागू करने का मंच प्रदान करते हैं। यह द्विपक्षीय संबंध भारत की राजनैतिक दिशा को स्थिर और तेज बनाता है, और यही कारण है कि मीडिया अक्सर इन दो व्यक्तियों को "विकास की जोड़ी" के रूप में उद्धृत करता है।
आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में अमित शाह की सक्रियता ने कई नई संस्थाओं की स्थापना करवाई, जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों का पुनर्संयोजन और साइबर सुरक्षा नीति का सुदृढ़ीकरण। उनका मानना है कि एक मजबूत सुरक्षा ढांचा ही आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को संभव बनाता है। इस दृष्टिकोण से भारत सरकार भारत सरकार, संघीय स्तर पर सभी नीतियों का नृत्य मंच ने कई विधायी कदम उठाए हैं, जिनमें आतंकवाद विरोधी कानूनों का सख्ती से लागू होना और पुलिस प्रबंधन में सुधार शामिल हैं। अमित शाह की पहल ने राज्य स्तर पर भी सुरक्षा उपायों को तेज कर दिया, जिससे नागरिकों का विश्वास बढ़ा।
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए, नीचे दी गई लेख सूची में आप पाएँगे कि अमित शाह ने किस तरह विभिन्न क्षेत्रों में अपना प्रभाव दिखाया—चाहे वह चुनावी जीत हो, राष्ट्रीय सुरक्षा का पुनर्गठन हो या नई आर्थिक नीति का रोल‑आउट। आप उन लेखों से यह समझ सकेंगे कि उनके कार्य‑शैली, निर्णय‑लेना और सार्वजनिक संवाद कैसे भारत की राजनीतिक तस्वीर को बदलते हैं। अब देखते हैं कि हमारे संग्रह में कौन‑सी ख़बरें और विश्लेषण आपके लिए सबसे उपयोगी हो सकते हैं।
10
अक्तू॰
अमित शाह ने बंगाल में 'परिवर्तन' का आह्वान किया, यू‑17 फुटबॉल ने नेपाल को हराया, सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी, चुनाव आयोग का नियम पुनः लागू, और चंकपुर में स्टील प्लांट में पाँच की मौत।