सत्री शक्ति लॉटरी का परिचय

केरल में हर मंगलवार आयोजित होने वाली केरल लॉटरी की सत्री शक्ति श्रृंखला, महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए फंड जुटाने हेतु लॉन्च की गई थी। इस लॉटरी का नाम स्वयं महिलाओं की शक्ति को सम्मानित करता है, और इसकी प्रमुख आकर्षण 75 लाख रुपये की पहली पुरस्कार राशि है।

ड्रॉज़ थिरुवनंतपुरम के गॉर्की भवन, बेकरी जंक्शन के पास, दोपहर 3 बजे शुरू होते हैं और परिणाम आमतौर पर 4 बजे तक प्रकाशित हो जाते हैं। सरकार ने इस प्रणाली को पूरी तरह पारदर्शी बनाने के लिए परिणाम को सरकारी गेजेट में भी प्रकाशित कर दिया है।

पुरस्कार संरचना और विजेता कहानियाँ

सत्री शक्ति लॉटरी का पुरस्कार टेबल इस प्रकार है:

  • पहला पुरस्कार: ₹75,00,000
  • दूसरा पुरस्कार: ₹10,00,000
  • तीसरा पुरस्कार: ₹5,00,000
  • कंसोलिडेशन पुरस्कार: ₹8,000
  • छोटे पुरस्कार (₹5,000 से कम): विभिन्न लॉटरी दुकानों में भुगतान

पिछले कुछ ड्रॉज़ में एर्नाकुलम, मानंतावड़ी और कोच्चि जैसे जिलों के सामान्य नागरिकों ने बड़ी राशि जीतकर अपनी जिंदगी बदल ली। एक परिवार ने बताया कि 75 लाख की रक्कम से उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए पूरी तरह से नयी योजना बना ली, जबकि दूसरे विजेताओं ने अपने छोटे व्यवसाय को विस्तार दिया।

इन बड़ी जीतों के अलावा, छोटे-छोटे कंसोलिडेशन पुरस्कार भी कई लोगों को तत्काल नकद उपलब्ध कराते हैं, जिससे रोजमर्रा के खर्चों में राहत मिलती है।

विजेता को टिकट क्लेम करने की प्रक्रिया

₹5,000 से कम के पुरस्कार लॉटरी की किसी भी मान्य दुकान पर सीधे मिलते हैं। बड़ी राशि वाले विजेताओं को अपने टिकट को बैंक या सरकारी लॉटरी कार्यालय में पहचान पत्र (एडहयर कार्ड, पैन, पासपोर्ट) के साथ प्रस्तुत करना होता है। प्रमाणीकरण के बाद भुगतान किया जाता है।

सभी विजेताओं को यह याद दिलाया जाता है कि टिकट को ड्रॉ के 30 दिनों के भीतर वापस करना अनिवार्य है। देर करने पर रद्दीकरण की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, गेजेट में प्रकाशित परिणाम के साथ अपना टिकट मिलान कर लेना चाहिए, क्योंकि यह आधिकारिक सत्यापन का स्रोत है।

ड्रॉ के बाद परिणाम को कई प्लेटफ़ॉर्म पर त्वरित रूप से शेयर किया जाता है – स्थानीय समाचार पत्र, टेलीविजन चैनल और आधिकारिक वेबसाइट पर। इस तेज़ी से जानकारी पहुँचाने से जनता में भरोसा और भागीदारी दोनों बढ़ती है।

केरल सरकार ने सत्री शक्ति लॉटरी को सामाजिक विकास का एक साधन बनाकर स्थापित किया है। हर जीत के पीछे सिर्फ़ धन नहीं, बल्कि महिलाओं के कल्याण के लिए एक नया प्रोजेक्ट, स्वास्थ्य शिविर या शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने का अवसर भी रहता है। यह लॉटरी न केवल आर्थिक उत्पन्न करती है, बल्कि सामाजिक जागरूकता भी फैलाती है।