आंद्रे रसल की आखिरी टी20I में धमाकेदार पारी

जब आंद्रे रसल मैदान पर आते हैं तब हर किसी को उम्मीद होती है कुछ बड़ा देखने की। और इस बार, सबीना पार्क पर उनका आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच था—जज़्बात चरम पर थे। वेस्टइंडीज की पारी के आखिरी ओवर्स में रसल ने वो कर दिखाया जिसके लिए वो जाने जाते हैं। उन्होंने सिर्फ 15 गेंदों पर 36 रन ठोक दिए। इस पारी में उन्होंने 4 छक्के और 2 चौके लगाए, जिसमें एक ओवर में तीन लगातार छक्के शामिल थे। ये ओवर था ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बेन ड्वार्शियस का, जो अचानक रसल के सामने बेबस नज़र आए। उस ओवर से 34 रन बने—ये सीरीज का सबसे धमाकेदार पल था।

रसल की ये कोशिश हालांकि वेस्टइंडीज को सम्मानजनक स्कोर यानी 172/8 तक तो पहुंचा गई, लेकिन जीत नहीं दिला सकी। हालांकि स्टेडियम में मौजूद हर फैन खड़ा हो गया और रसल को स्टैंडिंग ओवेशन मिला। साथी खिलाड़ियों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर एक शानदार करियर को सलाम किया। रसल ने मैच के बाद कहा कि उन्होंने देश के लिए पूरी जान लगाई और फैंस का सपोर्ट हमेशा याद रखेंगे।

ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग और सीरीज पर मजबूत पकड़

ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग और सीरीज पर मजबूत पकड़

शुरुआत में जब वेस्टइंडीज ने कफ्तान ब्रैंडन किंग की 51 रन की फॉर्म के कारण 170 पार पहुंच गए, तो लगने लगा था कि मैच टक्कर का रहेगा। लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी गहराई एक बार फिर भारी पड़ी। कप्तान मिचेल मार्श के जल्दी आउट होने के बाद जोश इंग्लिस (नाबाद 78 रन) और कैमरन ग्रीन (नाबाद 56 रन) ने पारी को संभाल लिया। दोनों ने मिलकर रिकॉर्ड साझेदारी बनाई और ऑस्ट्रेलिया को मात्र दो विकेट के नुकसान पर 28 गेंद शेष रहते ही लक्ष्य तक पहुंचा दिया। इस प्रदर्शन के बूते ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है।

ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ों ने रसल के तूफानी हमले के अलावा वेस्टइंडीज के बाकी बल्लेबाजों को ज्यादा खुलने नहीं दिया। दूसरी तरफ, ऑस्ट्रेलिया के बैट्समैन खासते तौर पर जोश इंग्लिस ने हर गेंद को बेबाक तरीके से खेला और दर्शकों में रोमांच भर दिया। यह जीत बताती है कि ऑस्ट्रेलिया अपने नए बल्लेबाजों और युवा खिलाड़ियों के भरोसे अब कैरेबियाई सरजमीं पर भी पुराने रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है। अगला मुकाबला अब सेंट किट्स में होना है, जहाँ वेस्टइंडीज वापसी की कोशिश करेगा या ऑस्ट्रेलिया इतिहास रचेगा—इसका इंतजार सबको रहेगा।